नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में क्वॉरेंटाइन की गई अस्पताल कर्मी ने अब क्वॉरेंटाइन सेंटर पर सवाल उठाए हैं. अस्पताल कर्मी का कहना है कि उन्हें जिस क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है, वहां उन्हें बीमारी के हालातों में जीने को मजबूर किया जा रहा है.
गर्भवती महिला मिली थी कोरोना पॉजिटिव
दरअसल 2 दिन पहले नंद ग्राम के एक अस्पताल में एडमिट गर्भवती महिला में कोरोना पाया गया था. जिसके बाद महिला और उसके नवजात बच्चे को आइसोलेशन में भेज दिया गया था. वहीं अस्पताल के स्टाफ और महिला के संपर्क में आए लोगों को डासना के क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया था. इसी सेंटर से कल भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें लोगों ने आरोप लगाया था कि यहां काफी गंदगी है, आज नंद ग्राम के अस्पताल की कर्मी कविता चौधरी का एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें कविता ने आरोप लगाया है कि सेंटर में इतनी गंदगी है कि ये क्वॉरेंटाइन सेंटर यहां मौजूद लोगों को बीमार बना देगा.
कोरोना संक्रमित और बाकी लोगों के लिए एक ही साबुन
वीडियो में अस्पताल कर्मी कविता चौधरी ने आरोप लगाया है कि कोरोना पॉजिटिव महिला के परिवार वाले और बाकी लोगों के लिए अलग से वाटर कूलर और साबुन तक की व्यवस्था नहीं की गई है. साथ ही एक ही वाटर कूलर और साबुन इस्तेमाल करने को मजबूर हैं.
खड़े हो रहे है सवाल
क्वॉरेंटाइन सेंटर को लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग इस पर कोई ध्यान क्यों नहीं दे रहा है? एक तरफ सभी लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशासन उन्हें साफ-सफाई का ख्याल रखने का कह रहा है. वहीं प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इंतजाम किए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में हाइजीन की व्यवस्था तक नहीं है. कल लोगों ने यहां तक आरोप लगाया था कि उन्हें खाने-पीने के लिए भी कुछ नहीं दिया जा रहा है.