नई दिल्ली/गाजियाबाद: जनपद गाजियाबाद में एक तरफ लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर जिले के अस्पतालों में कोरोना के मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में चिंता जाहिर करते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के गाजियाबाद जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंघल का कहना है कि प्रशासन को मुरादनगर में अति शीघ्र कोविड सेंटर बनाकर कोरोना पीड़ित मरीजों का उपचार शुरू करना चाहिए. अन्यथा वह 8 मई को सीएमओ कार्यालय पर धरना देगें.
किसको सुनाएं फरियाद
पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल गाजियाबाद के जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंघल का कहना है कि कोरोना महामारी दिन प्रतिदिन विकराल रूप धारण करती जा रही है. ऐसे में मुरादनगर क्षेत्र की जनता खुद को असहाय महसूस कर रही है. लोगों का सोचना है कि वे अपनी फरियाद किसको सुनाएं. इसलिए मुरादनगर की जनता चुप रहते हुए दर्द सहती है.
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इलाज के लिए दूर जाने पर मजबूर
ज्ञानेंद्र सिंघल का कहना है कि ऐसे हालात में आवश्यकता है कि मुरादनगर में स्थित एसआरएम यूनिवर्सिटी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अति शीघ्र कोविड-19 में तब्दील किया जाए, जिससे कि मुरादनगर और आसपास के क्षेत्रों की जनता को 15 किलोमीटर दूर गाजियाबाद में इलाज कराने के लिए ना भटकना पड़े, क्योंकि मुरादनगर से गाजियाबाद 15 किलोमीटर की दूरी बहुत अधिक हो जाती है. ऐसे में बहुत से कोरोना मरीजों को गाजियाबाद पहुंचने में बहुत देरी हो जाती है और वह रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. अगर समय रहते किसी प्राइवेट अस्पताल में उन को बेड मिल भी जाता है. तो अस्पताल का मोटा बिल गरीब आदमी के तन से कपड़े उतारने का काम करता है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर होगा धरना
ज्ञानेंद्र सिंघल का कहना है कि मुरादनगर में जल्द ही कोविड-19 सेंटर बनाया जाए. अगर सरकार या प्रशासन द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो वह 8 मई के दिन शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजियाबाद कार्यालय पर धरना देंगे.