नई दिल्ली/ गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) में मारे गए किसानों की 'अंतिम अरदास' आज मंगलवार को शुरू हो चुकी है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) की अगुआई में बड़ी तादाद में किसान लखीमपुर खीरी में जुटे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पूरे देश से किसानों को लखीमपुर पहुंचने का आह्वान किया था. दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने मृतक किसानों को श्रद्धांजलि दी.
गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर किसानों ने लखीमपुर में मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए हवन और पाठ का आयोजन कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई. किसानों का कहना है कि घटना के 9 दिन बीत जाने के बाद भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को अब भी सरकार ने बर्खास्त नहीं किया है. किसान अब भी गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर अड़े हुए हैं.
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किसानों का कहना है कि जब तक गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा नहीं हो जाता, तब तक उनका आंदोलन चलता रहेगा. वहीं राकेश टिकैत ने तिकोनियां पहुंचकर बयान दिया है कि गृह राज्यमंत्री भी इस केस में शामिल हैं. इसलिए उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो.