नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के ज़हर ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. लगातार हवा में घुल रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
मौसम का मिजाज तो बदल रहा है, लेकिन बदलते मौसम के साथ हवा का मिजाज बदलने का नाम नही ले रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 270 पहुंच गया है. हालांकि मौजूदा समय में गाज़ियाबाद का एकयूआई खराब श्रेणी में बरकरार है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में आज गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर है.
एक नज़र दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण स्तर पर:
क्षेत्र | एक्यूआई |
गाजियाबाद | 270 |
दिल्ली | 224 |
ग्रेटर नोएडा | 210 |
नोएडा | 201 |
गुरुग्राम | 197 |
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें, तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 315 दर्ज किया गया है. जो कि अत्यंत खराब श्रेणी में है.
गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर एक नजर:
क्षेत्र | एक्यूआई |
इंदिरापुरम | 232 |
वसुन्धरा | 242 |
संजय नगर | 292 |
लोनी | 315 |
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.