नई दिल्ली/गाज़ियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अवैध शस्त्र लाइसेंस का मुद्दा गरमाता जा रहा है. इसी क्रम में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के निर्देश पर कविनगर इंसपेक्टर अनिल शाही ने 2012 से 2019 तक के बने लाइसेंस रजिस्टर की जांच की.
कविनगर पुलिस ने की जांच
बता दें कि शाहजहांपुर में बने फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले की जांच को लेकर कविनगर पुलिस ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित असलहा बाबू के दफ्तर में पहुंचकर जांच की. असलहा बाबू के ऑफिस में जांच के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट यशवर्धन श्रीवास्तव भी मौके पर मौजूद थे.
जांच के दौरान पुलिस ने वहां रखे कुछ रजिस्टर की भी जांच की. साथ ही भोजपुर थाने के रजिस्टर को भी अपने साथ लेकर गए हैं. इस संबंध में सिटी मजिस्ट्रेट यशवर्धन श्रीवास्तव कहा कि इस प्रकरण पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा क्योंकि अभी पूरे मामले की जांच की जा रही है.
ये है पूरा मामला
कुछ दिनों पहले गाजियाबाद जिले में शस्त्र लाइसेंस का पता बदलवाने के लिए आवेदन आए थे. जब उन आवेदनों की जांच की गई तो पता चला कि वे सारे शस्त्र लाइसेंस फर्जी थे. इस मामले को लेकर जिले के डीएम और एसएसपी ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया था. इस मामले में अब तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 20 से भी ज्यादा असलहों को बरामद किया गया है.