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गाजियाबाद में मृतक फरार ! पढ़कर आप भी रह जाएंगे हैरान - ajay kumar murder accused

गाजियाबाद से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है. पुलिस ने हत्या से संबंधित एक ऐसी वारदात का खुलासा किया है, जिसमें मृतक फरार है और मृतक की पत्नी पुलिस की गिरफ्त में है.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी की पत्नी
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी की पत्नी
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Published : May 7, 2022, 5:52 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : मुजफ्फरनगर जेल से फरार हुए एक बदमाश ने अपनी ही मौत की झूठी साजिश रची, जिसमें उसकी पत्नी और बेटों ने इस साजिश को अंजाम देने में मदद की. साल 2021 में इस बदमाश ने किसी अन्य व्यक्ति की लाश को खेत में रख दिया. आरोपी की पत्नी ने उस लाश को अपने पति की लाश बताया और पूरा षड्यंत्र रचा. मामले में आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह पूरा मामला सुनकर पुलिस भी हैरान है.

दरअसल, पूरा मामला जून 2021 का है जब मेरठ का रहने वाला अजय कुमार हत्या के मामले में आरोपी था उसे जेल भेजा गया था. कुछ समय बाद वह पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था. इस संबंध में भी उसके खिलाफ मुजफ्फरनगर में मुकदमा दर्ज था. तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही है, लेकिन इस बीच मई 2021 में गाजियाबाद के निवाड़ी इलाके में एक अज्ञात लाश मिली थी. लाश की पहचान अजय के रूप में की गई थी. अजय की पहचान करने वाली कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी कविता थी. कविता ने कपड़ों के आधार पर अजय की लाश को पहचाना था, लेकिन पुलिस को शुरुआत से ही लाश अजय की नहीं लग रही थी.

पुलिस ने लाश का डीएनए परिवार के डीएनए से मैच करना चाहा तो पत्नी और परिवार ने डीएनए मैच कराने से इंकार कर दिया और गायब हो गए. बस फिर क्या था पुलिस की जांच अजय के परिवार पर घूम गई और उसकी पत्नी कविता को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस को शक है कि जो लाश मई 2021 में निवाड़ी में मिली थी उस लाश को भी अजय ने रखा था. हालांकि, इस पर आगे की जांच-पड़ताल के बाद ही स्थिति क्लियर हो पाएगी क्योंकि अज्ञात व्यक्ति की लाश का चेहरा भी जला दिया गया था.

सुनील कुमार सीओ
अजय कुमार
अजय कुमार
मामले में अभी अजय की तलाश की जा रही है. यह पूरा षड्यंत्र उसी का रचा हुआ है. अजय नहीं चाहता था कि वह दोबारा जेल जाए. इसलिए उसने किसी और की लाश को अपनी लाश बताने का षड्यंत्र रचा, जिससे पुलिस अब उसको नहीं तलाश रही थी. मगर यह पूरा मामला खुलने के बाद जल्द अजय की गिरफ्तारी दोबारा सुनिश्चित मानी जा रही है. देखना यह होगा कि अजय की गिरफ्तारी कब तक होती है. इस पूरे मामले को जिसने भी सुना है वह हैरान है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : मुजफ्फरनगर जेल से फरार हुए एक बदमाश ने अपनी ही मौत की झूठी साजिश रची, जिसमें उसकी पत्नी और बेटों ने इस साजिश को अंजाम देने में मदद की. साल 2021 में इस बदमाश ने किसी अन्य व्यक्ति की लाश को खेत में रख दिया. आरोपी की पत्नी ने उस लाश को अपने पति की लाश बताया और पूरा षड्यंत्र रचा. मामले में आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह पूरा मामला सुनकर पुलिस भी हैरान है.

दरअसल, पूरा मामला जून 2021 का है जब मेरठ का रहने वाला अजय कुमार हत्या के मामले में आरोपी था उसे जेल भेजा गया था. कुछ समय बाद वह पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था. इस संबंध में भी उसके खिलाफ मुजफ्फरनगर में मुकदमा दर्ज था. तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही है, लेकिन इस बीच मई 2021 में गाजियाबाद के निवाड़ी इलाके में एक अज्ञात लाश मिली थी. लाश की पहचान अजय के रूप में की गई थी. अजय की पहचान करने वाली कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी कविता थी. कविता ने कपड़ों के आधार पर अजय की लाश को पहचाना था, लेकिन पुलिस को शुरुआत से ही लाश अजय की नहीं लग रही थी.

पुलिस ने लाश का डीएनए परिवार के डीएनए से मैच करना चाहा तो पत्नी और परिवार ने डीएनए मैच कराने से इंकार कर दिया और गायब हो गए. बस फिर क्या था पुलिस की जांच अजय के परिवार पर घूम गई और उसकी पत्नी कविता को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस को शक है कि जो लाश मई 2021 में निवाड़ी में मिली थी उस लाश को भी अजय ने रखा था. हालांकि, इस पर आगे की जांच-पड़ताल के बाद ही स्थिति क्लियर हो पाएगी क्योंकि अज्ञात व्यक्ति की लाश का चेहरा भी जला दिया गया था.

सुनील कुमार सीओ
अजय कुमार
अजय कुमार
मामले में अभी अजय की तलाश की जा रही है. यह पूरा षड्यंत्र उसी का रचा हुआ है. अजय नहीं चाहता था कि वह दोबारा जेल जाए. इसलिए उसने किसी और की लाश को अपनी लाश बताने का षड्यंत्र रचा, जिससे पुलिस अब उसको नहीं तलाश रही थी. मगर यह पूरा मामला खुलने के बाद जल्द अजय की गिरफ्तारी दोबारा सुनिश्चित मानी जा रही है. देखना यह होगा कि अजय की गिरफ्तारी कब तक होती है. इस पूरे मामले को जिसने भी सुना है वह हैरान है.

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