नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पिछले दो महीनों में पुलिस और बदमाशों के बीच हुए एनकाउंटर्स ने 1990 के दशक की याद दिला दी है. 1990 के दशक में गाजियाबाद पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर सैकड़ों अपराधियों को मौत के घाट उतारा था, लेकिन अब पुलिस बदमाशों को जिंदा पकड़ रही है.
50 के करीब इनामी बदमाशों को भेजा गया जेल
बता दें कि पिछले 2 महीनों के अंदर गाजियाबाद पुलिस ने लगभग 47 एनकाउंटर्स को अंजाम दिया है. पिछले दो महीनों के अंदर विजयनगर में 6 और इंदिरापुरम में भी 6 से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं. वहीं मुरादनगर, मोदीनगर, निवाड़ी और भोजपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने 1-1 एनकाउंटर को अंजाम दिया है.
जानिए क्या है एसएसपी का कहना
लगातार हो रहे एनकाउंटर के संबंध में गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार का कहना है कि जब तक जिले से अपराध पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता. तब तक एनकाउंटर का दौर जारी रहेगा. हमेशा से गाजियाबाद की छवि अपराध प्रभावित रही है. लेकिन अब छवि को बदलने का समय आ चुका है.
नीचे थानावार मुठभेड़ों की संख्या दी गई है.
थाना मुठभेड़ की संख्या
थाना | एनकाउंटर्स | थाना | एनकाउंटर्स |
कोतवाली | 4 | साहिबाबाद | 5 |
कवि नगर | 5 | लोनी | 5 |
सिहानी गेट | 2 | लोनी बॉर्डर | 2 |
विजयनगर | 6 | ट्रॉनिका सिटी | 2 |
इंदिरापुरम | 6 | मसूरी | 2 |
खोड़ा | 1 | मुरादनगर | 1 |
लिंक रोड | 3 | मोदीनगर | 1 |
भोजपुर | 1 | निवाड़ी | 1 |