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गाजियाबाद: सरकारी बंदूकों के निशाने पर वांटेड बदमाश, 2 महीने में हुए 47 एनकाउंटर - ईटीवी भारत

गाजियाबाद में इन दिनों एनकाउंटर का दौर जारी है. पिछले 2 महीनों के अंदर गाजियाबाद पुलिस ने लगभग 47 एनकाउंटर्स को अंजाम दिया है.

गाजियाबाद: सरकारी बंदूकों के निशाने पर वांटेड बदमाश etv bharat
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Published : Aug 30, 2019, 8:42 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पिछले दो महीनों में पुलिस और बदमाशों के बीच हुए एनकाउंटर्स ने 1990 के दशक की याद दिला दी है. 1990 के दशक में गाजियाबाद पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर सैकड़ों अपराधियों को मौत के घाट उतारा था, लेकिन अब पुलिस बदमाशों को जिंदा पकड़ रही है.

गाजियाबाद: सरकारी बंदूकों के निशाने पर वांटेड बदमाश


50 के करीब इनामी बदमाशों को भेजा गया जेल
बता दें कि पिछले 2 महीनों के अंदर गाजियाबाद पुलिस ने लगभग 47 एनकाउंटर्स को अंजाम दिया है. पिछले दो महीनों के अंदर विजयनगर में 6 और इंदिरापुरम में भी 6 से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं. वहीं मुरादनगर, मोदीनगर, निवाड़ी और भोजपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने 1-1 एनकाउंटर को अंजाम दिया है.

जानिए क्या है एसएसपी का कहना
लगातार हो रहे एनकाउंटर के संबंध में गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार का कहना है कि जब तक जिले से अपराध पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता. तब तक एनकाउंटर का दौर जारी रहेगा. हमेशा से गाजियाबाद की छवि अपराध प्रभावित रही है. लेकिन अब छवि को बदलने का समय आ चुका है.
नीचे थानावार मुठभेड़ों की संख्या दी गई है.

थाना मुठभेड़ की संख्या

थाना एनकाउंटर्स थाना एनकाउंटर्स
कोतवाली 4 साहिबाबाद 5
कवि नगर 5 लोनी 5
सिहानी गेट 2 लोनी बॉर्डर 2
विजयनगर 6 ट्रॉनिका सिटी 2
इंदिरापुरम 6 मसूरी 2
खोड़ा 1 मुरादनगर 1
लिंक रोड 3 मोदीनगर 1
भोजपुर 1 निवाड़ी 1

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पिछले दो महीनों में पुलिस और बदमाशों के बीच हुए एनकाउंटर्स ने 1990 के दशक की याद दिला दी है. 1990 के दशक में गाजियाबाद पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर सैकड़ों अपराधियों को मौत के घाट उतारा था, लेकिन अब पुलिस बदमाशों को जिंदा पकड़ रही है.

गाजियाबाद: सरकारी बंदूकों के निशाने पर वांटेड बदमाश


50 के करीब इनामी बदमाशों को भेजा गया जेल
बता दें कि पिछले 2 महीनों के अंदर गाजियाबाद पुलिस ने लगभग 47 एनकाउंटर्स को अंजाम दिया है. पिछले दो महीनों के अंदर विजयनगर में 6 और इंदिरापुरम में भी 6 से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं. वहीं मुरादनगर, मोदीनगर, निवाड़ी और भोजपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने 1-1 एनकाउंटर को अंजाम दिया है.

जानिए क्या है एसएसपी का कहना
लगातार हो रहे एनकाउंटर के संबंध में गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार का कहना है कि जब तक जिले से अपराध पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता. तब तक एनकाउंटर का दौर जारी रहेगा. हमेशा से गाजियाबाद की छवि अपराध प्रभावित रही है. लेकिन अब छवि को बदलने का समय आ चुका है.
नीचे थानावार मुठभेड़ों की संख्या दी गई है.

थाना मुठभेड़ की संख्या

थाना एनकाउंटर्स थाना एनकाउंटर्स
कोतवाली 4 साहिबाबाद 5
कवि नगर 5 लोनी 5
सिहानी गेट 2 लोनी बॉर्डर 2
विजयनगर 6 ट्रॉनिका सिटी 2
इंदिरापुरम 6 मसूरी 2
खोड़ा 1 मुरादनगर 1
लिंक रोड 3 मोदीनगर 1
भोजपुर 1 निवाड़ी 1
Intro:गाजियाबाद : दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पिछले दो महीनों में पुलिस और बदमाशों के बीच हुए मुठभेड़ों ने 1990 के दशक की याद दिला दी है. 1990 के दशक में गाजियाबाद पुलिस ने ताबडतोड एनकाउंटर कर सैकड़ों अपराधियों के मौत के में सुला दिया था लेकिन अब पुलिस बदमाशों को जिंदा पकड़ रही है.


Body:50 के करीब इनामी बदमाशों को भेजा गया जेल :
आपको बता दे की पिछले 2 महीनों के अंदर गाजियाबाद पुलिस द्वारा लगभग 47 एनकाउंटरों को अंजाम दिया गया है. जिसमे पुलिस को बाद करीब 50 इनामी बदमाशों को दबोचा गया है. पिछले दो महीनों के अंदर विजयनगर और इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में जहां सबसे 6-6 ज्यादा मुठभेड़ हुए हैं तो वही मुरादनगर, मोदीनगर, निवाड़ी और भोजपुर थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा 1-1 मुठभेड़ को अंजाम दिया गया है.

जानिए क्या है एसएसपी का कहना :
लगातार हो रहे एनकाउंटर के संबंध में गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार का कहना है कि जब तक जिले से अपराध पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता. तब तक एनकाउंटर का दौर जारी रहेगा. हमेशा से गाजियाबाद की छवि अपराध प्रभावित रही है. लेकिन अब समय आ चुका है इस छवि को तोड़ने का.


Conclusion:थानावार मुठभेड़ों की संख्या :

थाना मुठभेड़ की संख्या
कोतवाली 4
कवि नगर 5
सिहानी गेट 2
विजयनगर 6
इंदिरापुरम 6
खोड़ा 1
लिंक रोड 3
साहिबाबाद 5
लोनी 5
लोनी बॉर्डर 2
ट्रॉनिका सिटी 2
मसूरी 2
मुरादनगर 1
मोदीनगर 1
निवाड़ी 1
भोजपुर 1
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