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करोड़ों रुपये की कीमत के वाहनों के पार्ट्स के साथ चार गिरफ्तार

गाजियाबाद पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने करोड़ों रुपये के वाहर चोरी करने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी के खिलाफ पुलिस आगे की तफ्तीश कर रही है.

वाहनों के पार्ट्स के साथ चार गिरफ्तार
वाहनों के पार्ट्स के साथ चार गिरफ्तार
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Published : Aug 29, 2022, 10:24 PM IST

नई दिल्ली/ गाजियाबाद: जिले में वाहन चोरों के एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया गया है, जिनसे तीन करोड़ रुपए कीमत के चोरी के वाहनों के पार्ट्स बरामद हुए हैं. इसके अलावा कई चोरी के वाहन भी बरामद हुए हैं. इस गैंग के सरगना का मकसद यही था कि वह वाहन चोरी से करोड़पति बनेगा और उसने अपना यह सपना इस क्राइम को अंजाम देकर लगभग पूरा कर लिया था. लेकिन चोरी के माल को वह बेच नहीं पाया उससे पहले ही पकड़ा गया.

गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने यह गिरफ्तारी की है. चार पहिया वाहनों को चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा है. इसके चार सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं. जिनमें सरगना इरफान खान उतरखंड का रहने वाला है. इसके अलावा नजब खान नाम का आरोपी मुरादाबाद का रहने वाला है. वहीं, रवि और अनीश नाम के आरोपी भी पकड़े गए हैं. इनसे चोरी के कई वाहन बरामद हुए, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ करके इनके गोदाम पर छापेमारी की. जहां से करीब तीन करोड़ रुपए कीमत के वाहनों के पार्ट्स बरामद हुए. यह सभी चोरी के वाहनों को काटकर तैयार किए गए थे.

जांच में जुटी पुलिस


पुलिस पूछताछ में गैंग के सरगना इरफान ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है. यह गिरोह मिलकर वाहन चोरी की वारदातें अंजाम देता है. ड्रिल मशीन से गाड़ी का पिछला दरवाजा काट कर खोला जाता है और फिर वाहन के अंदर जाकर चाबी की प्रोग्रामिंग की जाती है. इसके बाद आधुनिक सिक्योरिटी सिस्टम को भी यह पलक झपकते ही खोल लेते हैं. तत्काल गाड़ी को चोरी कर लिया जाता है. उसके बाद गाड़ी को किसी पार्किंग या सुनसान जगह पर खड़े कर देते हैं. इसके बाद सभी आरोपी अपने मोबाइल नंबर स्विच ऑफ करके इधर उधर चले जाते हैं. मौका मिलते ही गाड़ी को संबंधित जगह से उठाया जाता है और फिर एक दूसरे से इंटरनेट के माध्यम से कनेक्ट होते हैं. बाद में गाड़ी के पार्ट अलग-अलग कर दिए जाते हैं. यह सब कुछ गोदाम में होता है.


गैंग के सरगना इरफान के साथ ही नजब खान ने बताया कि गाड़ी के सभी पार्ट्स गोदाम में रख दिए जाते हैं और वहां से अलग-अलग मैकेनिक और कबाड़ियों से संपर्क किया जाता है. इसके बाद पार्ट्स को बेचा जाता है. देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में चोरी के पार्ट्स बेचे जाते हैं. इसमें कई अन्य लोग भी इनके साथ शामिल हैं. उसने बताया कि गैंग का सरगना इरफान करोड़पति बनना चाहता है. इस बार सैकड़ों गाड़ियों की चोरी करके यह पार्ट्स एकत्रित किए गए थे और इनको बेचकर वह करोड़पति बनने का सपना पूरा करने वाला था. लेकिन उससे पहले ही पुलिस को पता चल गया.

वहीं, पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच गाजियाबाद को सूचना मिली थी कि चार पहिया वाहन चोरों का एक गिरोह पिछले कई महीनों से कार चोरी कर रहा है. पुलिस को पता चला था कि वह आज चोरी की गाड़ियों के रिसीवर को मसूरी में नाहल रोड रेलवे अंडरपास पर चोरी के गाड़ियों के पार्ट्स की डिलीवरी देने वाला है. इसके बाद पुलिस ने सूचना के आधार पर जाल बिछाया और अंडर पास पर पुलिस तैनात हो गई. इसके बाद मौके से वैगनआर गाड़ी और चोरी के गाड़ियों के पार्ट्स के साथ दो आरोपियों को पकड़ा गया. इसके बाद नहर वाली सड़क पर तीन अलग-अलग गोदामों पर छापेमारी की गई. जहां से करोड़ों रुपए के गाड़ियों के पार्ट बरामद किए गए हैं.

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नई दिल्ली/ गाजियाबाद: जिले में वाहन चोरों के एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया गया है, जिनसे तीन करोड़ रुपए कीमत के चोरी के वाहनों के पार्ट्स बरामद हुए हैं. इसके अलावा कई चोरी के वाहन भी बरामद हुए हैं. इस गैंग के सरगना का मकसद यही था कि वह वाहन चोरी से करोड़पति बनेगा और उसने अपना यह सपना इस क्राइम को अंजाम देकर लगभग पूरा कर लिया था. लेकिन चोरी के माल को वह बेच नहीं पाया उससे पहले ही पकड़ा गया.

गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने यह गिरफ्तारी की है. चार पहिया वाहनों को चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा है. इसके चार सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं. जिनमें सरगना इरफान खान उतरखंड का रहने वाला है. इसके अलावा नजब खान नाम का आरोपी मुरादाबाद का रहने वाला है. वहीं, रवि और अनीश नाम के आरोपी भी पकड़े गए हैं. इनसे चोरी के कई वाहन बरामद हुए, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ करके इनके गोदाम पर छापेमारी की. जहां से करीब तीन करोड़ रुपए कीमत के वाहनों के पार्ट्स बरामद हुए. यह सभी चोरी के वाहनों को काटकर तैयार किए गए थे.

जांच में जुटी पुलिस


पुलिस पूछताछ में गैंग के सरगना इरफान ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है. यह गिरोह मिलकर वाहन चोरी की वारदातें अंजाम देता है. ड्रिल मशीन से गाड़ी का पिछला दरवाजा काट कर खोला जाता है और फिर वाहन के अंदर जाकर चाबी की प्रोग्रामिंग की जाती है. इसके बाद आधुनिक सिक्योरिटी सिस्टम को भी यह पलक झपकते ही खोल लेते हैं. तत्काल गाड़ी को चोरी कर लिया जाता है. उसके बाद गाड़ी को किसी पार्किंग या सुनसान जगह पर खड़े कर देते हैं. इसके बाद सभी आरोपी अपने मोबाइल नंबर स्विच ऑफ करके इधर उधर चले जाते हैं. मौका मिलते ही गाड़ी को संबंधित जगह से उठाया जाता है और फिर एक दूसरे से इंटरनेट के माध्यम से कनेक्ट होते हैं. बाद में गाड़ी के पार्ट अलग-अलग कर दिए जाते हैं. यह सब कुछ गोदाम में होता है.


गैंग के सरगना इरफान के साथ ही नजब खान ने बताया कि गाड़ी के सभी पार्ट्स गोदाम में रख दिए जाते हैं और वहां से अलग-अलग मैकेनिक और कबाड़ियों से संपर्क किया जाता है. इसके बाद पार्ट्स को बेचा जाता है. देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में चोरी के पार्ट्स बेचे जाते हैं. इसमें कई अन्य लोग भी इनके साथ शामिल हैं. उसने बताया कि गैंग का सरगना इरफान करोड़पति बनना चाहता है. इस बार सैकड़ों गाड़ियों की चोरी करके यह पार्ट्स एकत्रित किए गए थे और इनको बेचकर वह करोड़पति बनने का सपना पूरा करने वाला था. लेकिन उससे पहले ही पुलिस को पता चल गया.

वहीं, पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच गाजियाबाद को सूचना मिली थी कि चार पहिया वाहन चोरों का एक गिरोह पिछले कई महीनों से कार चोरी कर रहा है. पुलिस को पता चला था कि वह आज चोरी की गाड़ियों के रिसीवर को मसूरी में नाहल रोड रेलवे अंडरपास पर चोरी के गाड़ियों के पार्ट्स की डिलीवरी देने वाला है. इसके बाद पुलिस ने सूचना के आधार पर जाल बिछाया और अंडर पास पर पुलिस तैनात हो गई. इसके बाद मौके से वैगनआर गाड़ी और चोरी के गाड़ियों के पार्ट्स के साथ दो आरोपियों को पकड़ा गया. इसके बाद नहर वाली सड़क पर तीन अलग-अलग गोदामों पर छापेमारी की गई. जहां से करोड़ों रुपए के गाड़ियों के पार्ट बरामद किए गए हैं.

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