नई दिल्ली/गाजियाबादः एक तरफ गरीबी और मुफलिसी तो दूसरी तरफ पति पत्नी की आपसी लड़ाई. इसमें घर इतना जर्जर हो गया कि किसी ने ध्यान नहीं दिया और घर का छज्जा भरभरा कर गिर (Balcony collapsed due to rain in Ghaziabad) गया, जिसमें 5 साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई. मामला बेहद दिल पसीजने वाला है. सवाल यह उठता है कि मासूम की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन है? क्योंकि मां तो आरोप लगा रही है कि पिता ही घर के जर्जर होने का जिम्मेदार है, जिसने रोते बिलखते हुए अपने ही परिवार को कुछ साल पहले छोड़ दिया था.
मामला गाजियाबाद के खोड़ा थाना क्षेत्र के प्रताप विहार इलाके का है. जहां पर बीती रात एक छज्जा गिर गया था, जिसमें पांच साल का मासूम दब गया था. उसे अस्पताल में एडमिट कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा भी किया. पांच वर्ष का लक्ष्य यहां अपनी मां और भाई बहनों के साथ रह रहा था.
बच्चे की मां का आरोप है कि कुछ साल पहले उनके पति, देवर और सास ने मां और बच्चों को रोते बिलखते हुए छोड़ दिया था. तब से इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था. घर भी जर्जर हो चुका है, जिसे ठीक करवाने की गुंजाइश इस मां के पास नहीं है. वह जैसे-तैसे गुजारा चला रही थी. वहीं परिवार का भरण पोषण कर पाना भी काफी मुश्किल हो जाता था. बीती रात अचानक घर का छज्जा बारिश की वजह से गिर गया, जिसमें उनका पांच वर्षीय बेटा लक्ष्य दब गया था, जिसकी अस्पताल में मौत हो गई.
लक्ष्य की मां का आरोप है कि छह साल हो गए, मगर घर में बिजली-पानी तक नहीं है. बच्चे के पिता ने भी सुध नहीं ली है. जर्जर हालत में पड़े घर को ठीक करवाना उनकी हैसियत से बाहर है. उनका कहना है कि उन्हें पता तक नहीं चला, कब छज्जा गिर गया और कब मासूम की उसमें मौत हो गई. वह अपने ही पति देवर और सास को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रही हैं. हालांकि, पुलिस को दिए गए बयान में पति ने कहा है कि उनका इसमें कोई दोष नहीं है. इस पूरी घटना से साफ है कि कैसे पति पत्नी के घरेलू झगड़े की वजह से मासूम की मौत हो गई.
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वहीं, मामले में पुलिस भी अस्पताल में पहुंची और परिजनों का गुस्सा को शांत कराया. पुलिस ने मामले की जांच की बात कही और कहा है कि मामले में जिस की भी जिम्मेदारी होगी उस पर कार्रवाई की जाएगी.