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गाजियाबादः लकी ड्रा की आड़ में ठगी करने वाले पिता और पुत्र गिरफ्तार

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Published : Apr 22, 2022, 10:35 PM IST

गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी बाप-बेटे को पकड़ा है, जो लोगों को लकी ड्रा के नाम पर किश्तों स्कूटी देकर उनसे ठगी किया करते थे.

लकी ड्रा की आड़ में ठगी करने वाले पिता और पुत्र गिरफ्तार
लकी ड्रा की आड़ में ठगी करने वाले पिता और पुत्र गिरफ्तार

नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिला गाजियाबाद में एक आरोपी बाप बेटे को गिरफ्तार किया गया है, जो स्कूटी देने के नाम पर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देता थे. पिता और पुत्र लकी ड्रा के नाम पर लोगों को स्कूटी देने की बात कर उनसे ठगी किया करते थे.

मामला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके का है, जहां दिशा भारद्वाज और उनके बेटे अजय भारद्वाज नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. ये आरोपित इस आड़ में रहते हैं कि उन्हें किसी भी तरह से लोगों का आधार कार्ड मिल जाए. आधार कार्ड आते ही ये लकी ड्रॉ के नाम पर बाकी के दस्तावेज भी पीड़ित से हासिल कर लेते हैं, और फिर उसके नाम पर बैंक से लोन लेते हैं. पीड़ित को इस बात की खबर तब लगती है, जब उसके पास लोन की किस्त आती है.

लकी ड्रा की आड़ में ठगी करने वाले पिता और पुत्र गिरफ्तार

यह सारा फर्जीवाड़ा लकी ड्रॉ में स्कूटी देने के नाम पर होता है. एक एजेंसी चला कर यह लोगों को बताते हैं कि इनके पास 12 किस्ते जमा कराई जाए, जिसमें यह लोगों को स्कूटी दे देंगे. जो इनके झांसे में आ जाता है. उसको कई महीनों तक झांसा देते रहते हैं और क़िस्त के नाम पर रुपये लेते है. अंत में पीड़ित को स्कूटी दे दी जाती है. मगर उससे कई जगह दस्तखत करवा कर उसके दस्तावेज ले लिए जाते हैं.

दरअसल यह प्रक्रिया लोन के नाम पर की जाती है. पीड़ित को जो स्कूटी मुहैया कराई जाती है, वह लोन पर होती है, और जो किस्ते ले चुके होते हैं. पीड़ित को तब पता चलता है जब बैंक कर्मी कुछ महीने बाद फोन करते हैं, कि उसके नाम पर क़िस्त चल रही हैं जो जमा नहीं हो रही है. तब तक आरोपी अपना ठिकाना तक बदल चुके होते हैं.

खोड़ा पुलिस को एक शिकायत मिली थी, कि विमला ऑटो एजेंसी के नाम से एक एजेंसी चलाई जा रही थी, जिसमें 2100 रुपये की किस्त पर लोगों को स्कीम बताई जा रही है. बाद में स्कूटी देने का झांसा दिया जाता है. इसके नाम पर लोगों से आधार कार्ड लेकर फर्जीवाड़ा कराया जाता है. लोगों से उनके आधार कार्ड लेकर बैंक से लोन करा लिया जाता है. इस तरह की एक शिकायत दर्ज हुई थी, जिसमें आरोपियों की एजेंसी से पीड़ित ने स्कूटी खरीद ली थी.

वह स्कूटी कैश में खरीदी गई थी. लेकिन बाद में पीड़ित को पता चला कि उसके नाम से आरोपियों ने लोन भी ले लिया था, जिसकी किस्त के लिए उनके पास बैंक से फोन आ रहा था. पूरा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस के मुताबिक अब तक आरोपियों ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. आरोपियों पर कार्रवाई करते हुए इनकी संपत्ति को भी कुर्क किया जाएगा. अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को वापस लिया जाएगा.

अगर आप भी किसी लकी ड्रॉ या स्कूटी पाने के चक्कर में ऐसी ही किसी एजेंसी के शिकार हो रहे हैं, तो जरा सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि इंतजार में नए नए फार्मूले से लोग ठगी की वारदात अंजाम दे रहे हैं.

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नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिला गाजियाबाद में एक आरोपी बाप बेटे को गिरफ्तार किया गया है, जो स्कूटी देने के नाम पर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देता थे. पिता और पुत्र लकी ड्रा के नाम पर लोगों को स्कूटी देने की बात कर उनसे ठगी किया करते थे.

मामला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके का है, जहां दिशा भारद्वाज और उनके बेटे अजय भारद्वाज नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. ये आरोपित इस आड़ में रहते हैं कि उन्हें किसी भी तरह से लोगों का आधार कार्ड मिल जाए. आधार कार्ड आते ही ये लकी ड्रॉ के नाम पर बाकी के दस्तावेज भी पीड़ित से हासिल कर लेते हैं, और फिर उसके नाम पर बैंक से लोन लेते हैं. पीड़ित को इस बात की खबर तब लगती है, जब उसके पास लोन की किस्त आती है.

लकी ड्रा की आड़ में ठगी करने वाले पिता और पुत्र गिरफ्तार

यह सारा फर्जीवाड़ा लकी ड्रॉ में स्कूटी देने के नाम पर होता है. एक एजेंसी चला कर यह लोगों को बताते हैं कि इनके पास 12 किस्ते जमा कराई जाए, जिसमें यह लोगों को स्कूटी दे देंगे. जो इनके झांसे में आ जाता है. उसको कई महीनों तक झांसा देते रहते हैं और क़िस्त के नाम पर रुपये लेते है. अंत में पीड़ित को स्कूटी दे दी जाती है. मगर उससे कई जगह दस्तखत करवा कर उसके दस्तावेज ले लिए जाते हैं.

दरअसल यह प्रक्रिया लोन के नाम पर की जाती है. पीड़ित को जो स्कूटी मुहैया कराई जाती है, वह लोन पर होती है, और जो किस्ते ले चुके होते हैं. पीड़ित को तब पता चलता है जब बैंक कर्मी कुछ महीने बाद फोन करते हैं, कि उसके नाम पर क़िस्त चल रही हैं जो जमा नहीं हो रही है. तब तक आरोपी अपना ठिकाना तक बदल चुके होते हैं.

खोड़ा पुलिस को एक शिकायत मिली थी, कि विमला ऑटो एजेंसी के नाम से एक एजेंसी चलाई जा रही थी, जिसमें 2100 रुपये की किस्त पर लोगों को स्कीम बताई जा रही है. बाद में स्कूटी देने का झांसा दिया जाता है. इसके नाम पर लोगों से आधार कार्ड लेकर फर्जीवाड़ा कराया जाता है. लोगों से उनके आधार कार्ड लेकर बैंक से लोन करा लिया जाता है. इस तरह की एक शिकायत दर्ज हुई थी, जिसमें आरोपियों की एजेंसी से पीड़ित ने स्कूटी खरीद ली थी.

वह स्कूटी कैश में खरीदी गई थी. लेकिन बाद में पीड़ित को पता चला कि उसके नाम से आरोपियों ने लोन भी ले लिया था, जिसकी किस्त के लिए उनके पास बैंक से फोन आ रहा था. पूरा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस के मुताबिक अब तक आरोपियों ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. आरोपियों पर कार्रवाई करते हुए इनकी संपत्ति को भी कुर्क किया जाएगा. अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को वापस लिया जाएगा.

अगर आप भी किसी लकी ड्रॉ या स्कूटी पाने के चक्कर में ऐसी ही किसी एजेंसी के शिकार हो रहे हैं, तो जरा सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि इंतजार में नए नए फार्मूले से लोग ठगी की वारदात अंजाम दे रहे हैं.

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