नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए अधिकृत की गई भूमि के एक समान मुआवजे की मांग को लेकर आज किसान अर्धनग्न होकर प्रथमगढ़ गांव से गाजियाबाद जिलाधिकारी कार्यालय तक पदयात्रा निकाल रहे हैं.
पदयात्रा निकाल रहे किसानों से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत
किसानों ने भोजपुर क्षेत्र के प्रथम गढ़ गांव से होते हुए गाजियाबाद जिलाधिकारी ऑफिस के लिए पद यात्रा निकाली. ईटीवी भारत को पूर्व जिला पंचायत सदस्य बबली गुर्जर ने बताया कि वह पदयात्रा की घोषणा 15 दिन पहले ही कर चुके हैं. उनकी मांग है कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर समान मुआवजा दिया जाए और सर्विस रोड दी जाएं.
अपनी इस मांग को लेकर वह 8 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं. उनको हर बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा आश्वासन दिया जाता है. लेकिन आज उन्होंने अपनी मांग को लेकर भोजपुर क्षेत्र के प्रथमगढ़ गांव से होते हुए गाजियाबाद जिलाधिकारी कार्यालय के लिए पदयात्रा निकाली है. जिसमें 5 गांव मेरठ, 13 गांव मोदीनगर और गाजियाबाद तहसील के 5 गांवों के किसान शामिल हैं, और जैसे-जैसे पदयात्रा आगे बढ़ती जाएगी वैसे वैसे किसानों की संख्या बढ़ती जाएगी. अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह अनिश्चितकालीन धरना करेंगे.
16 सितंबर को पहुंचेंगे जिलाधिकारी कार्यालय
ईटीवी भारत को पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश राठी ने बताया कि वह एक समान मुआवजा चाहते हैं. जोकि उनकी जायज मांग है. क्योंकि जनपद गाजियाबाद के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर 14 गांव के किसानों को एक समान मुआवजा दिया गया है. ऐसे ही बागपत और नोएडा में भी सामान मुआवजा मिला है लेकिन उनके साथ ही भेदभाव किया गया है. यहां पर अलग-अलग गांव के किसानों को अलग-अलग रेट पर मुआवजा दिया गया है. किसानों को हर बार आश्वासन देकर धोखा दिया जाता है.