नई दिल्ली/गाजियाबाद: वाराणसी के अस्सी घाट से गंगा नदी का पवित्र जल लेकर किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं. किसान नेता जगतर सिंह बाजवा द्वारा अस्सी घाट से जल लेकर आए किसानों से जल गाजीपुर बॉर्डर पर लगे फूलों की क्यारियों को डलवाया गया. किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर फूलों की क्यारियां लगाई हैं और उसकी देखभाल गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद किसानों द्वारा की जाती है. इसी सिलसिले में वाराणसी से गंगा नदी का जल लेकर आए कुछ किसानों द्वारा फूलों की क्यारियों को गंगाजल से सींचा गया है.
'भारत का लोकतंत्र सूख रहा है'
वाराणसी के अस्सी घाट से गंगाजल लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हेमंत यादव ने बताया गंगाजल बहुत पवित्र होता है. गंगाजल में नकारात्मक शक्तियों का नाश करने की ताकत होती है. आज भारत का लोकतंत्र सूख रहा है. मां गंगा का जल अर्पित करके हमने लोकतंत्र को फिर से हरा भरने करने का प्रयास किया है. भारत के प्रधानमंत्री को किसानों की बात सुननी चाहिए, जिससे कि हमारा देश फिर सोने की चिड़िया बन सके.
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किसान नेता राकेश टिकैत ने देशवासियों से अपील की थी कि वह अपने क्षेत्र से जल लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचें. इसके बाद से ही लगातार देश के विभिन्न हिस्सों से लोग जल लेकर बॉर्डर पहुंच रहे हैं. केवल देश ही नहीं कई लोग तो विदेश से भी जल लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहे हैं.