नई दिल्ली/गाजियाबाद: मधुबन बापूधाम सरकारी आवास योजना के काम को किसानों ने रुकवाने की कोशिश की. भारी संख्या में यहां किसान और उनके परिवार की महिलाएं पहुंचीं और हंगामा किया. किसानों का आरोप है कि उनकी जमीन का सही मुआवजा नहीं दिया जा रहा, इसलिए सरकार के खिलाफ विरोध जाहिर कर रहे हैं.
आपको बता दें, इससे पहले भी किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है. रविवार किसान सरकारी जेसीबी मशीन पर चढ़ गए और जमकर हंगामा किया. किसानों का कहना है कि वे यहां पर काम नहीं होने देंगे. किसानों ने हाथ में हरी सब्जी लेकर प्रदर्शन किया, क्योंकि किसानों का कहना है कि उनकी जमीन सरकार ने ले ली, अब वे सब्जी कहां उगाएंगे.
जीडीए पर धोखा देने का आरोप
2 दिन पहले भी किसानों ने यहां पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया था. एक समान मुआवजे की मांग को लेकर यह धरना प्रदर्शन पिछले 3 महीने से जारी है. किसानों ने आरोप लगाया है कि जीडीए ने उनके साथ धोखा किया है. इसलिए जीडीए के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी किसान करते आए हैं. किसानों का कहना है कि 800 एकड़ भूमि पर जीडीए की ओर से किए जा रहे निर्माण को रुकवा रहे हैं, क्योंकि एक समान बढ़ा हुआ मुआवजा किसानों को नहीं दिया जा रहा है. साथ ही आरोप है कि जीडीए ने 2007 में हुए एक समझौते का उल्लंघन करते हुए किसानों की अधिग्रहित जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया है.
मौके पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझाया
मौके पर मौजूद पुलिस को भी किसानों ने मुफ्त में सब्जी देने की कोशिश की. हालांकि पुलिस ने किसानों को समझाया और कहा कि यह मामला जीडीए से जुड़ा हुआ है और उनकी बात जीडीए तक पहले भी पहुंचाई गई है और जीडीए से आश्वासन भी उन्हें मिला है. किसानों को संयम रखने के लिए कहा गया और साथ ही प्रदर्शन करने से उन्हें रोका गया.