नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर आंदोलन स्थल पर गुरुवार को किसानों ने ईंधन की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. बॉर्डर पर बनी किसानों के मंच के पास हाथों में तिरंगा झंडा और भारतीय किसान यूनियन के झंडे लेकर किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं. किसानों ने हाथों में गैस सिलेंडर उठाकर विरोध दर्ज कराया साथ ही बॉर्डर पर मौजूद किसानों ने अपने गाड़ियों और ट्रैक्टरों के हॉर्न बजाकर भी सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाने की कवायद की.
भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह यादव ने कहा कि यह प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण है. सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना चाहती है. आय तो दोगनी हुई नहीं लेकिन ईंधन की कीमतें बढ़ने से किसान की लागत दोगुनी जरूर हुई है. डीजल-पेट्रोल के रेट बढ़ने से खेती की लागत बढ़ती है. बढ़ती महंगाई से देश का किसान बर्बाद हो चुका है. आज देश का किसान मजदूर और आम आदमी आक्रोशित है. जिसके चलते आज देशभर में प्रदर्शन कर बढ़ती महंगाई के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जा रहा है.
गाजीपुर बॉर्डर पर ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन
गाजीपुर बॉर्डर आंदोलन स्थल पर गुरुवार को किसानों ने ईंधन की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने हाथों में तिरंगा झंडा और भारतीय किसान यूनियन के झंडे लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं. इसके अलावा हाथों में गैस सिलेंडर उठाकर विरोध दर्ज कराया और ट्रैक्टरों के हॉर्न बजाकर भी सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाने की कवायद की.
नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर आंदोलन स्थल पर गुरुवार को किसानों ने ईंधन की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. बॉर्डर पर बनी किसानों के मंच के पास हाथों में तिरंगा झंडा और भारतीय किसान यूनियन के झंडे लेकर किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं. किसानों ने हाथों में गैस सिलेंडर उठाकर विरोध दर्ज कराया साथ ही बॉर्डर पर मौजूद किसानों ने अपने गाड़ियों और ट्रैक्टरों के हॉर्न बजाकर भी सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाने की कवायद की.
भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह यादव ने कहा कि यह प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण है. सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना चाहती है. आय तो दोगनी हुई नहीं लेकिन ईंधन की कीमतें बढ़ने से किसान की लागत दोगुनी जरूर हुई है. डीजल-पेट्रोल के रेट बढ़ने से खेती की लागत बढ़ती है. बढ़ती महंगाई से देश का किसान बर्बाद हो चुका है. आज देश का किसान मजदूर और आम आदमी आक्रोशित है. जिसके चलते आज देशभर में प्रदर्शन कर बढ़ती महंगाई के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जा रहा है.