गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर एक समान मुआवजे की मांग को लेकर जनपद गाजियाबाद की मोदीनगर तहसील में तकरीबन 45 दिन से धरना कर रहे किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह मोदीनगर तहसील परिसर में तालाबंदी करके काम को बाधित करेंगे. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने किसान नेताओं से की खास बातचीत.
धरने का प्रतिनिधित्व कर रहे किसान नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश राठी ने बताया कि उनकी एक समान मुआवजे की मांग है. अभी बीते 9 नवंबर को उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी हुई थी. जहां पर उन्होंने विस्तार से मुख्यमंत्री को अपनी बात बताई है. जिस पर मुख्यमंत्री ने मेरठ मंडल के कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है. सतीश राठी कहना है कि तकरीबन 16 महीने के धरना-प्रदर्शन के बाद अब उनको मुआवजा मिलने की थोड़ी उम्मीद जग रही है.
चुनाव के समय सरकारें करती हैं वादा करती
धरने का प्रतिनिधित्व कर रहे किसान नेता बबली गुर्जर का कहना है कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है. लेकिन जब-जब चुनाव आता है. सरकारें किसानों की हितैषी होने और उनकी आय दोगुनी करने का वादा करती हैं. लेकिन दुर्भाग्य से किसान पिछले 16 महीने से अपनी जायज मांगों के लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
बबली गुर्जर ने बताया कि एक समान मुआवजे की मांग को लेकर उन्होंने पद यात्रा भी निकाली थी और घुटनों के बल चल कर वह तहसील परिसर तक भी पहुंचे थे. लेकिन इन सबके बावजूद अभी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है. अगर प्रशासन और अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन को जल्द पूरा नहीं किया जाता है, तो वह पूरे तहसील परिसर में तालाबंदी करके काम को बाधित करने पर मजबूर होंगे.