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कल फतेह मार्च निकालते हुए गाजीपुर बॉर्डर से घर लौटेंगे तराई क्षेत्र के किसान - Terai region ke kisaan kal karenge vaapasee

भारतीय किसान यूनियन से जुड़े तराई क्षेत्र के किसान कल यानी 12 दिसंबर को फतेह मार्च लेकर गाजीपुर बॉर्डर से अपने गांवों के लिए निकलेंगे.

fateh march tomorrow
तराई क्षेत्र के किसान कल करेंगे घर वापसी
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Published : Dec 11, 2021, 12:10 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और केंद्र सरकार द्वारा अन्य मांगें स्वीकार करने के बाद किसानों ने आंदोलन खत्म करने का एलान किया था. प्रदर्शनकारी किसान विजय दिवस जश्न के साथ आज अपने घरों को लौट रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज देशभर में विजय दिवस (Farmers Vijay Diwas celebration) मनाने की घोषणा की है.

गाजीपुर बॉर्डर पर आज काफी हलचल देखने को मिल रही है. किसान घर वापसी की तैयारियों में जुटे हैं. किसानों द्वारा टेंट खोले जा रहे हैं साथ ही सामान को ट्रकों में रखा जा रहा है. गाजीपुर बॉर्डर पर करीब एक किलोमीटर तक किसानों के टेंट लगे हुए थे. बॉर्डर पर किसानों ने रहने के लिए तमाम व्यवस्था कर रखी थी. जनरेटर, इन्वर्टर, हीटर, पंखे, किचन का सामान आदि किसान ट्रॉलियों में रखकर गाजीपुर बॉर्डर लेकर आये थे.

तराई क्षेत्र के किसान कल करेंगे घर वापसी

ये भी पढ़ें: गाजीपुर बॉर्डर पर जश्न का माहौल, घर वापसी पर किसान बांट रहे मिठाई

संयुक्त किसान मोर्चा गाजीपुर बॉर्डर के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि अब घर वापसी की तैयारियां की जा रही हैं. आज दोपहर से मंच का संचालन शुरू होगा, पूजा पाठ होगी. मंच के माध्यम से तमाम संगठनों का धन्यवाद कर सम्मनित किया जाएगा, जिन्होंने किसान आंदोलन के दौरान किसानों का सहयोग किया. आज का दिन बॉर्डर पर विजय दिवस के रूप में मनाया जाएगा.

बाजवा में बताया कि कल तराई क्षेत्र के किसान फतेह मार्च लेकर गाजीपुर बॉर्डर से गांवों की तरफ निकलेंगे. इससे पहले किसान गाजीपुर बॉर्डर की पूरी तरह से साफ-सफाई करेंगे क्योंकि आंदोलन में शामिल तमाम किसान देश के जिम्मेदार नागरिक हैं.

ये भी पढ़ें: सिंघु बॉर्डर पर जश्न मनाते किसान, इस गाने पर थिरकीं महिलाएं, देखें वीडियो

भारतीय किसान यूनियन की उत्तराखंड युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह का कहना है कि आज तमाम किसानों की आंखें नम हैं. एक लंबा वक्त अलग-अलग राज्यों के किसानों के साथ बिताया है, कहीं न कहीं परिवार जैसे संबंध आपस में बन गए थे. जहां एक तरफ हम कृषि कानूनों के वापस होने की खुशी साथ लेकर जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसान साथियों को आंदोलन के दौरान खोने का दुख भी साथ है.

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नई दिल्ली/गाजियाबाद: नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और केंद्र सरकार द्वारा अन्य मांगें स्वीकार करने के बाद किसानों ने आंदोलन खत्म करने का एलान किया था. प्रदर्शनकारी किसान विजय दिवस जश्न के साथ आज अपने घरों को लौट रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज देशभर में विजय दिवस (Farmers Vijay Diwas celebration) मनाने की घोषणा की है.

गाजीपुर बॉर्डर पर आज काफी हलचल देखने को मिल रही है. किसान घर वापसी की तैयारियों में जुटे हैं. किसानों द्वारा टेंट खोले जा रहे हैं साथ ही सामान को ट्रकों में रखा जा रहा है. गाजीपुर बॉर्डर पर करीब एक किलोमीटर तक किसानों के टेंट लगे हुए थे. बॉर्डर पर किसानों ने रहने के लिए तमाम व्यवस्था कर रखी थी. जनरेटर, इन्वर्टर, हीटर, पंखे, किचन का सामान आदि किसान ट्रॉलियों में रखकर गाजीपुर बॉर्डर लेकर आये थे.

तराई क्षेत्र के किसान कल करेंगे घर वापसी

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संयुक्त किसान मोर्चा गाजीपुर बॉर्डर के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि अब घर वापसी की तैयारियां की जा रही हैं. आज दोपहर से मंच का संचालन शुरू होगा, पूजा पाठ होगी. मंच के माध्यम से तमाम संगठनों का धन्यवाद कर सम्मनित किया जाएगा, जिन्होंने किसान आंदोलन के दौरान किसानों का सहयोग किया. आज का दिन बॉर्डर पर विजय दिवस के रूप में मनाया जाएगा.

बाजवा में बताया कि कल तराई क्षेत्र के किसान फतेह मार्च लेकर गाजीपुर बॉर्डर से गांवों की तरफ निकलेंगे. इससे पहले किसान गाजीपुर बॉर्डर की पूरी तरह से साफ-सफाई करेंगे क्योंकि आंदोलन में शामिल तमाम किसान देश के जिम्मेदार नागरिक हैं.

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भारतीय किसान यूनियन की उत्तराखंड युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह का कहना है कि आज तमाम किसानों की आंखें नम हैं. एक लंबा वक्त अलग-अलग राज्यों के किसानों के साथ बिताया है, कहीं न कहीं परिवार जैसे संबंध आपस में बन गए थे. जहां एक तरफ हम कृषि कानूनों के वापस होने की खुशी साथ लेकर जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसान साथियों को आंदोलन के दौरान खोने का दुख भी साथ है.

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