नई दिल्ली/गाजियाबाद: बीते तीन हफ्तों से दिल्ली यूपी बॉर्डर (यूपी गेट) समेत दिल्ली की अन्य सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसान मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी को लेकर कानून बनाए. अपनी मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों के किसान यूपी गेट पर कड़ाके की सर्दी में डटे हुए हैं.
एक तरफ यूपी गेट पर किसानों का आंदोलन जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले नेशनल हाईवे 9 पर भी किसान बैठे हुए हैं. 23 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों ने नेशनल हाईवे 9 के डिवाइडर पर ही खेती करनी शुरू कर दी है. डिवाइडर पर थोड़ी बहुत मिट्टी पड़ी हुई है, जिसमें किसानों ने सब्जियां और फूलों की खेती शुरू की है.
ईटीवी भारत से बातचीत में किसानों ने कहा-
हम अपना हक मांगने के लिए सड़कों पर बैठे हैं. हम सरकार को दिखाना चाहते हैं कि आंदोलन में भी किसान खाली नहीं बैठा है. डिवाइडर पर अगर खेती सफल होती है, तो यहां हरियाली होगी. अभी डिवाइडर के छोटे से हिस्से में खेती गई है, यदि यहां बोये गए बीज उगते हैं तो पूरे डिवाइडर पर खेती की जाएगी. हमारा प्रयास है कि जब आंदोलन समाप्त हो तब भी लोग हमें याद रखें.
किसानों द्वारा डिवाइडर के करीब दो स्क्वायर मीटर के हिस्से पर क्यारियां बनाकर सब्जियों और फूलों के बीज बोए गए हैं. दरअसल, किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं कि जब तक कृषि कानूनों को वापिस नहीं लिया जाता, वो दिल्ली से घर नहीं जाएंगे. किसान अपने साथ गांव से कई महीने का राशन और रोजमर्रा की जरूरतों का सामान लेकर आए हैं.