नई दिल्ली/गाजियाबाद : मंगलवार को किसानों ने गाजीपुर पर बॉर्डर पर पगड़ी संभाल दिवस मनाया. इस दौरान किसानों ने पगड़ी पहन कर तीन कृषि कानूनों का विरोध किया. किसानों ने कहा कि सरकार को इस कानून को वापस लेना ही होगा. किसानों ने साफ किया कि सरकार गलतफहमी निकाल दे कि किसान वापस चले जाएंगे.
किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि 23 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से पगड़ी संभाल दिवस मनाए जाने का आह्वान किया गया था. पगड़ी संभाल दिवस भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह की याद में मनाया गया, किसानों ने अपने आत्मसम्मान का इजहार करते हुए अपनी क्षेत्रीय पगड़ी पहनी.
किसान नेता बाजवा ने कहा कि आज की सरकार भी किसानों के मान-सम्मान और स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ कर रही है. किसान आज अपने मान-सम्मान और स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहा है. पगड़ी किसान का मान-सम्मान का प्रतीक होती है. पगड़ी संभाल दिवस मना कर आज किसानों ने सरकार को संदेश दिया है कि किसान अपने मान सम्मान के साथ कोई भी समझौता नहीं करेगा.
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बता दें कि पहला पगड़ी संभाल जट्टा आंदोलन 1907 में हुआ था. शहीद भगत सिंह के चाचा सरदार अजीत सिंह जी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद की थी.