नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजस्थान के अलवर में किसान नेता राकेश टिकैत की गाड़ी पर हुए कथित हमले को लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान गुस्से में आ गए हैं. उन्होंने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की दिल्ली से गाजियाबाद और मेरठ जाने वाली लेन को जाम कर दिया है.
किसान लगातार हंगामा कर रहे हैं और मांग कर रहे है कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बता दें दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को आम लोगों के लिए मेरठ तक खोला गया था. हाल ही में गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के जरिए इस लेन से बेरिकेड हटाये गए थे.
किसानों ने फिर दोहराई मांग
किसानों ने फिर अपनी मांग को दोहराया है और कहा है कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा. किसानों ने यह चेतावनी दी है कि चाहे कितने भी हमले कर लिए जाएं, लेकिन किसानों का हौसला नहीं डाग मगाएगा.
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उन्होंने कहा कि पूरे मामले में सिर्फ राजनीति हुई है, लेकिन किसानों की मांग पूरी नहीं हुई है. अभी किसानों ने यह साफ नहीं किया है कि वह कब तक नेशनल हाईवे 9 यानी दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे की दूसरी लेन पर बैठे रहेंगे. बीते दिनों किसान दिल्ली से मेरठ जाने वाली लेन से हट चुके थे और सिर्फ मेरठ और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाली लेन पर ही आंदोलन कर रहे थे. मगर उनका गुस्सा राकेश टिकैत की गाड़ी पर हुए हमले से फूट पड़ा.
मौके पर पुलिस समझाने में जुटी
मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे और किसानों को समझाने की कोशिश की. अब देखना यह होगा कि क्या किसान मान पाते हैं, क्योंकि अपने नेता राकेश टिकैत पर हुए हमले से किसान काफी नाराज हैं.