नई दिल्ली/गाजियाबाद : तीनों कृषि कानून की वापसी व अन्य मांगों पर सहमति के बाद 11 दिसंबर से किसानों की घर वापसी शुरू हो गई थी. सिंघु और टिकरी के बाद अब गाजीपुर बॉर्डर (Farmers On Ghazipur Border) भी पूरी तरह से खाली हो चुका है. आज गाजीपुर बॉर्डर से किसानों का आखिरी जत्था गांवों के लिए रवाना हुआ है. आज सुबह से ही है गाजीपुर बॉर्डर पर काफी हलचल नजर आ रही थी. दरअसल, किसान नेता राकेश टिकैत (farmer leader rakesh tikait) ने मंगलवार को देशभर के किसानों से फतेह मार्च को सफल बनाने का आह्वान किया था. आज सभी किसानों के साथ टिकैत फतेह मार्च लेकर गाजीपुर बार्डर से गांवों को रवाना हुए हैं.
किसान आंदोलन के दौरान गाजीपुर बॉर्डर चर्चाओं में बना रहा. किसान आंदोलन के दौरान गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border News) पर किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत (farmer leader rakesh tikait) भी लगातार सुर्खियों में बने रहे. आंदोलन के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने यह साफ कर दिया था कि जब तक सरकार मांगे नहीं मानती है तब तक गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border News) से घर नहीं लौटेंगे. सरकार द्वारा मांगे मानने के बाद अब किसान आंदोलन समाप्त हो चुका है और किसान नेता राकेश टिकैत आज अपने गांव सिसौली के लिए गाजीपुर बॉर्डर से रवाना हुए हैं. एक साल 18 दिन के बाद राकेश टिकैत आज अपने घर की दहलीज पर कदम रखेंगे.
बहुत ही धूमधाम के साथ फतेह मार्च गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border News) से मुजफ्फरनगर के सिसौली के लिए रवाना हुआ है. फतेह मार्च में किसानों के जन सैलाब के साथ सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर ट्राली और गाड़ियां नजर आई. गाजीपुर बॉर्डर से रवाना होते वक्त किसान नेता राकेश टिकैत ने टीका लगवाया साथ ही आंदोलन में सहयोग देने वाले तमाम किसानों मजदूरों समेत स्थानीय लोगों का धन्यवाद किया.
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किसान नेता राकेश टिकैत (farmer leader rakesh tikait) का कहना है कि किसान आंदोलन खत्म नहीं स्थगित हुआ है. एक महीने के बाद सरकार ने जो किसानों से वायदे किए हैं उनकी समीक्षा करेंगे. टिकैत का कहना है कि भले ही आंदोलन स्थगित हो चुका है लेकिन देश भर में महापंचायतों का दौर जारी रहेगा देश के विभिन्न हिस्सों में जाएंगे और किसानों से बातचीत करेंगे और उनकी समस्याओं को सरकार के समक्ष रखेंगे.
किसान नेता राकेश टिकैत से जब सवाल किया गया कि आंदोलन समाप्त होने के बाद अब आप क्या करेंगे तो टिकैत का कहना था कि अब पूरे देश में जाएंगे और आंदोलन की ट्रेनिंग देंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के लाखों लोग किसान आंदोलन के दौरान ट्रेंड हुए हैं. टिकैत ने कहा कि किसान अन्नदाता भी हैं और फ़ौजदाता भी हैं. हम देश को अन्न भी देते हैं और फौज भी देते हैं.