नई दिल्ली/गाजियाबाद: कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली गाजीपुर समेत राजधानी दिल्ली की अन्य सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन का आज 58वां दिन है. किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता भी हुई, लेकिन सरकार और किसानों में गतिरोध अभी भी बरकरार है आज सरकार और किसानों के बीच 11वें दौर की वार्ता होनी है.
काफी जोश में नजर आए राकेश टिकैत
केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई 11 दौर की बैठक में रवाना होते वक्त राकेश टिकैत काफी जोश में नजर आए. ट्रैक्टर मार्च को लेकर राकेश टिकैत ने कहा देखेंगे कौन किसानों की ट्रैक्टर मार्च को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकेगा. राकेश टिकैत ने कहा गांवों से किसान राशन आदि लेकर दिल्ली आए.
किसान आपस में करेंगे विचार-विमर्श
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को डेढ़ साल तक निलंबित करने का प्रस्ताव रखा था. जिसे किसानों ने एक सिरे से नकार दिया है. आज की बैठक में देखा जाएगा कि सरकार किसानों के सामने क्या प्रस्ताव रखती है. सरकार द्वारा जो भी प्रस्ताव रखा जाएगा, उस पर किसान आपस में विचार-विमर्श करेंगे.
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किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के समक्ष साफ किया जा चुका है कि जब तक तीनों कृषि कानूनों की वापसी नहीं होती है और एमएसपी की गारंटी को कानून नहीं बनता है तब तक दिल्ली से गांवों को किसान वापस नहीं लौटेगा.