नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर नगरपालिका परिषद द्वारा ईदगाह बस्ती में कराया जा रहा नाला निर्माण स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. जहां एक ओर बरसात होने से ईदगाह की गलियों में पानी भर जाता है. वहीं दूसरी ओर बिना बरसात के भी नाले की वजह से गलियों में पानी भरा रहता है.
नगर पालिका परिषद पर भेदभाव का आरोप
ईटीवी भारत को जनपद गाजियाबाद से कांग्रेस के पूर्व महासचिव और ईदगाह बस्ती निवासी महताब पठान ने बताया कि उनकी बस्ती में अकसर पानी भरा रहता है और गंदगी का अंबार लगा रहता है. उनका कहना है कि खासकर मुस्लिम समुदाय के त्योहारों पर मुरादनगर नगरपालिका परिषद भेदभाव भेदभाव करती है.
नगरपालिका कर रही है भेदभाव
महताब पठान का कहना है कि जहां एक और पूरे विश्व में कोरोना महामारी फैली हुई है और सभी लोग साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. गाजियाबाद जिलाधिकारी के भी स्पष्ट निर्देश है कि सभी जगह साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए, वहीं दूसरी ओर उनकी बस्ती में इसका उल्टा हो रहा है. नाले का गंदा पानी उनके घरों में भर रहा है जिसकी वजह से उनकी जिंदगी नरक जैसी हो गई है. इस समस्या की वह काफी बार नगर पालिका परिषद में शिकायत कर चुके हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है.
नहीं होती है सुनवाई
ईटीवी भारत को स्थानीय निवासी इंतजार अल्वी ने बताया कि ईद का त्यौहार नजदीक है लेकिन उन की बस्ती में किसी भी तरीके से साफ सफाई नहीं हो रही है. मुरादनगर नगर पालिका परिषद के निर्माणाधीन नाले से गंदगी निकल कर उनके घरों में आ जाती है, लेकिन गरीब बस्ती होने के कारण उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं होती है.