नई दिल्ली/गाजियाबादः गाजियाबाद में सैकड़ों लोगों की जिंदगी और मेहनत की गाढ़ी कमाई से खिलवाड़ का एक मामला सामने आया है. इसके बाद दो नामी बैंक और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कर्मचारी कठघरे में हैं. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों और देश के दो बड़े नामी बैंकों के कर्मचारियों के खिलाफ गाजियाबाद में मुकदमा दर्ज किया गया है. करीब 200 करोड़ की ठगी में शामिल एक बिल्डर को फायदा पहुंचाने का आरोप बैंक कर्मचारियों और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों पर है. बिल्डर के खिलाफ कुल 66 एफआईआर दर्ज हैं, जिसमें अब गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों और दोनों बड़े बैंकों के कर्मचारियों के नाम भी शामिल हो गए हैं.
यह मामला गाजियाबाद के थाना नंद ग्राम इलाके का है. मंजू जे होम्स, रेड एप्पल रेजीडेंसी नाम के बिल्डर कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. बिल्डिंग कंपनी के मालिक अक्षय जैन और राजकुमार जैन और उसके परिवार के सदस्यों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था. पूरा मामला धोखाधड़ी का था. बिल्डिंग कंपनी पर 200 करोड़ से ज्यादा की ठगी का आरोप था. बताया जाता है कि बिल्डर ने एक फ्लैट को कई-कई बार बेच दिया था, जिसका नुकसान उन आम लोगों को हुआ, जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से मकान खरीदे थे.
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पुलिस के मुताबिक बिल्डिंग कंपनी के खिलाफ अब तक 66 मुकदमे दर्ज हैं. आरोप है जिस सोसाइटी का नक्शा सात मंजिल तक ही पास कराया गया था, उस पर जीडीए के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से 14 से लेकर 16 मंजिल तक के फ्लैटों को बनाने की इजाजत मिल गई थी. जाहिर है इससे लोगों की जिंदगी से भी खिलवाड़ किया गया. क्योंकि ऐसी इमारत जो नियमों को ताक पर रखकर बनाई गई हो, वह काफी खतरनाक साबित हो सकती थी. फिलहाल मामला क्राइम टीम को सौंप दिया गया है और क्राइम टीम मामले में आगे की जांच पड़ताल कर रही है.