नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गाजियाबाद के गांधी पार्क में शनिवार को कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मौन रखकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध जाहिर किया. मामला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के जेल जाने से जुड़ा हुआ है. बीती 20 तारीख को अजय कुमार लल्लू की लखनऊ में गिरफ्तारी की गई थी. जिसमें उन पर लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था.
कांग्रेसी नेताओं का आरोप है कि अजय कुमार लल्लू पर बिना वजह मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा गया है. वो तो सिर्फ प्रवासी मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था कराने में लगे थे. कांग्रेसी नेता प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं कि अजय कुमार पर लगे मुकदमे वापस लिए जाएं.
यूपी सरकार के खिलाफ मौन प्रदर्शन फिर गर्माया बसों का मामलादरअसल, लॉकडाउन के दौरान कांग्रेस की तरफ से 1000 बसें चलाने का मामला प्रदेश में काफी ज्यादा गर्माया था. इन बसों से कांग्रेस प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाना चाहती थी, लेकिन बसें चल नहीं पाईं. जिसको लेकर प्रदेश सरकार और कांग्रेस के नेताओं में बसों को लेकर घमासान मचा रहा. इसी बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पर बसें चलवाने के लिए लॉकडाउन के उल्लंघन का भी आरोप लगा था. जिसके बाद उन पर मुकदमा दर्ज करके उन्हें जेल भेज दिया गया. तब से अब तक वह जेल में ही हैं. इसी बात से कांग्रेस पार्टी नाराज है और आज प्रदेश में कई जगह इसी तरह का मौन प्रदर्शन किया जा रहा है.
मनमानी का आरोप
कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार पर मनमानी का आरोप लगाया है. कांग्रेस के कई अन्य नेता और कार्यकर्ता भी बसों को चलवाने के दौरान मुकदमों के दायरे में आए थे. जब मांगे पूरी नहीं हुई, तो कांग्रेस ने मौन रखकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. साथ ही गाजियाबाद में यह मौन प्रदर्शन गांधी पार्क में किया गया. जिससे कांग्रेस अपनी गांधीगिरी भी दर्शना चाहती है.