नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोविड-19 वैश्विक महामारी के लगातार बढ़ रहे संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए मार्च में लॉकडाउन किया गया था. लॉकडाउन के दौरान तमाम शिक्षण संस्थान भी बंद रहे. अनलॉक शुरू होने के बाद धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर वापस लौट रहा है. प्रदेश सरकार द्वारा कॉलेज और महाविद्यालय खोलने की अनुमति दे दी गई है. जिसके तहत सोमवार से प्रदेश के तमाम कॉलेज और महाविद्यालयों को खोल दिया गया है.
कोरोनावायरस के लगातार बढ़ रहे कहर के बीच पिछले आठ महीनों से बंद चल रहे कॉलेज और महाविद्यालय को सोमवार से खोल दिया गया है. शासन ने 50 फ़ीसदी विद्यार्थियों के साथ कॉलेज और महाविद्यालय को खोलने की अनुमति दी है. गाजियाबाद का प्रसिद्ध एमएमएच कॉलेज भी करीब 8 महीने बाद खोला गया है. कॉलेज के मुख्य द्वार पर नोटिस बोर्ड लगाया गया है. जिस पर लिखा है कि बिना मास्क के विश्वविद्यालय परिसर में किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं है.
कक्षा में अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थी रहेंगे मौजूद
कोरोना काल में करीब आठ महीने बाद आज विद्यार्थी कॉलेज आए हैं. कॉलेज खुलने के बाद विद्यार्थियों के चेहरों पर भी काफी खुशी देखने को मिल रही है. कोरोना काल में महाविद्यालय परिसर में तमाम छात्र मास्क लगाए हुए नजर आए. बता दें कि अपर मुख्य सचिव मोनिका गर्ग ने प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों, उच्च शिक्षा निदेशक, सभी राज्य व निजी विश्विद्यालयों के कुलसचिव को पत्र लिखकर आदेश जारी किया था. आदेश में कहा गया था कि कक्षा में अधिकतम 50% विद्यार्थी ही उपस्थित रहेंगे.
बीएससी प्रथम सत्र के विद्यार्थी दिवाकर वशिष्ठ ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि कोरोना संकट में कॉलेज द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं तो दी गई लेकिन ऑनलाइन कक्षाओं में पढ़ाई ठीक प्रकार से नहीं हो पा रही थी. आज काफी खुशी हो रही है कि फिर से कॉलेज खुले हैं. फोन पर शिक्षकों से काफी ऐसी समस्याएं होती थी जिनका समाधान नहीं हो पाता था लेकिन अब कॉलेज खुल चुके हैं अब पढ़ाई भी ठीक प्रकार से हो पाएगी.