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गाजियाबाद: नगर निगम के दफ्तर पर सफाई कर्मचारियों का अर्धनग्न धरना, इलाज ना मिलने का आरोप

गाज़ियाबाद में सफाई कर्मचारी इलाज न मिल पाने के विरोध में नगर निगम के दफ्तर पर अर्धनग्न हो कर धरना दे रहे हैं. साथ ही पूर्व में एक सफाई कर्मी की मौत पर 50 लाख मुआवजे की मांग भी कर रहे हैं.

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Published : Apr 22, 2021, 8:07 PM IST

cleaning staff strike at Municipal Corporation office ghaziabad
सफाई कर्मचारियों का नगर निगम के दफ्तर पर धरना

नई दिल्ली/गाज़ियाबाद: कोरोना काल के दौरान एनसीआर में जिन सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धा माना गया है, वही सफाई कर्मचारी इस समय इलाज के लिए तरस रहे हैं. इसलिए उन्हें अर्धनग्न होकर नगर निगम के दफ्तर में धरना देना पड़ रहा है. मामला गाजियाबाद नगर निगम से जुड़ा हुआ है.

सफाई कर्मचारियों का नगर निगम के दफ्तर पर धरना
अधिकारी कर रहे हैं बेरुखीसफाई कर्मचारियों का आरोप है कि कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान कई सफाई कर्मचारी चोटिल हुए थे, जिनको सही से स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया नहीं कराई जा रही हैं. नगर निगम के अधिकारियों पर इन कर्मचारियों ने बेरुखी का आरोप लगाया है. इन सफाई कर्मियों का कहना है कि जब तक संबंधित सफाई कर्मचारियों को सही उपचार मुहैया नहीं होगा, तब तक नगर निगम दफ्तर के गेट पर धरने पर बैठे रहेंगे. इसके अलावा पूर्व में एक सफाई कर्मी की मौत के मामले में 50 लाख मुआवजे की मांग भी ये कर्मचारी कर रहे हैं.


ये भी पढ़ें: कड़कड़डूमा श्मशान घाट पर जल्द शुरू होगा सीएनजी शवदाह गृह: कंचन माहेश्वरी


भूख हड़ताल है सबसे बड़ा खतरा
सफाई कर्मचारियों ने नोटिस भी चस्पा कर दिया है कि वह भूख हड़ताल पर रहेंगे. कोरोना काल में यह भूख हड़ताल बड़ा खतरा पैदा कर सकती है, क्योंकि इम्यूनिटी बढ़ाने की सलाह हर कोई इस समय दे रहा है, लेकिन भूख हड़ताल से इम्यूनिटी कम होती है.

नई दिल्ली/गाज़ियाबाद: कोरोना काल के दौरान एनसीआर में जिन सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धा माना गया है, वही सफाई कर्मचारी इस समय इलाज के लिए तरस रहे हैं. इसलिए उन्हें अर्धनग्न होकर नगर निगम के दफ्तर में धरना देना पड़ रहा है. मामला गाजियाबाद नगर निगम से जुड़ा हुआ है.

सफाई कर्मचारियों का नगर निगम के दफ्तर पर धरना
अधिकारी कर रहे हैं बेरुखीसफाई कर्मचारियों का आरोप है कि कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान कई सफाई कर्मचारी चोटिल हुए थे, जिनको सही से स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया नहीं कराई जा रही हैं. नगर निगम के अधिकारियों पर इन कर्मचारियों ने बेरुखी का आरोप लगाया है. इन सफाई कर्मियों का कहना है कि जब तक संबंधित सफाई कर्मचारियों को सही उपचार मुहैया नहीं होगा, तब तक नगर निगम दफ्तर के गेट पर धरने पर बैठे रहेंगे. इसके अलावा पूर्व में एक सफाई कर्मी की मौत के मामले में 50 लाख मुआवजे की मांग भी ये कर्मचारी कर रहे हैं.


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भूख हड़ताल है सबसे बड़ा खतरा
सफाई कर्मचारियों ने नोटिस भी चस्पा कर दिया है कि वह भूख हड़ताल पर रहेंगे. कोरोना काल में यह भूख हड़ताल बड़ा खतरा पैदा कर सकती है, क्योंकि इम्यूनिटी बढ़ाने की सलाह हर कोई इस समय दे रहा है, लेकिन भूख हड़ताल से इम्यूनिटी कम होती है.

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