नई दिल्ली/गाजियाबाद: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर किए गए लाॅकडाउन के चार लंबे चरणों से छोटे फल व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं अब दूसरी ओर केले के गोदाम चलाने वाले बड़े व्यापारियों की भी लाॅकडाउन से कमर टूट गई है.
उनका कहना है कि गोदाम में केले का स्ट्रॉक इकट्ठा है, लेकिन लाॅकडाउन की वजह से केला बाजार में नहीं बिक पा रहा है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने केले के थोक व्यापारी से की खास बातचीत.
ईटीवी भारत को गोदाम के मालिक और थोक व्यापारी, भूरे कुरैशी ने बताया कि लाॅकडाउन से पहले जितने केले बिकते थे, अब लाॅकडाउन के बाद ग्राहकों के घर से बाहर ना निकलने की वजह से उतने बाजार में नहीं बिक पा रहे हैं.
गोदाम में भरे हुए हैं केले
इसके साथ ही केला व्यापारी ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से छोटे रेहड़ी-पटरी वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके कारण वो बाजार में आसानी से फल नहीं बेच पा रहे हैं. इसलिए भी उनके केले बिकने में दिक्कतें हो रही हैं.
खराब होने का डर
इसके साथ ही केला व्यापारी का कहना है कि उनके गोदाम में केले का काफी स्टॉक इकट्ठा है और अगर बाजार खुला हुआ होता तो अब तक उनका सारा केला बिक चुका होता, इसलिए अब उनको केले के पकने के बाद खराब होने का डर सताने लगा है. इसके साथ ही उनका कहना है कि लाॅकडाउन की वजह से उनकी बाजार में रुकी हुई पेमेंट भी नहीं मिल पा रही है.