नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर नगर पालिका परिषद में 29 नवंबर से श्मशान घाट हादसे की पीड़ित महिलाओं का धरना जारी है. शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम नगर पालिका परिषद से चंद कदमों की दूरी पर था और वह उन पीड़ित महिलाओं से बिना मिले ही चले गए तो इससे नाराज पीड़ित महिलाओं ने नगर पालिका परिषद का गेट बंद कर दिया और मुख्य रास्ते पर ही धरने पर बैठ गईं. इसके साथ ही श्मशान घाट हादसे की पीड़ित महिलाओं ने नगर पालिका परिषद के अंदर मौजूद सुरक्षा के लिए लगाए गए पुलिसकर्मी और अधिकारियों को भी बंद कर दिया.
पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि उनको मुख्यमंत्री के मुरादनगर आने से पहले आश्वासन दिया गया था कि उनकी मुलाकात कराई जाएगी. जिसके लिए प्रशासन के अधिकारी दो महिलाओं को मुख्यमंत्री के पहुंचने के स्थान पर ले गए थे. लेकिन उनको वहां पर मुख्यमंत्री से ना मिलाकर बंद कर दिया और मुरादनगर नगर पालिका परिषद के गेट को भी बंद करा दिया गया था. ताकि धरने पर बैठी पीड़ित महिलाएं मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ना जा सकें.
इसे भी पढ़ें:मुरादनगर हादसा : पहली बरसी पर मृतकों के परिजनों ने धरना स्थल पर किया हवन
अब खुद सभी पीड़ित महिलाओं ने नगर पालिका परिषद का मुख्य गेट बंद कर दिया है. उनका कहना है कि पहले प्रशासन की ओर से यह गेट बंद कराया गया था. लेकिन अब उन्होंने अपनी मर्जी से यह गेट बंद कर दिया है. अगर किसी को इस गेट से आना-जाना है. तो वह उनके ऊपर से होकर गुजरेगा. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी महिलाओं को समझाने का प्रयास कर रहे हैं. गेट के अंदर मौजूद नगर पालिका परिषद के कर्मचारी इस इंतजार में हैं कि कब गेट खुले और वह अपने घर जाएं.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप