नई दिल्ली/गाजियाबाद : प्रदूषण ने दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में हर किसी के सांस पर पहरा लगा रखा है. प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण का जहर लोगों के लिए बेहद खतरनाक बनता जा रहा है. मौजूदा समय में गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index) अत्यंत खराब श्रेणी (Red zone) में बरकरार है. गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 378 दर्ज किया गया है.
बीते दो महीनों से वायु प्रदूषण गाजियाबाद (Air pollution in gaziabad) की सेहत बिगड़ता हुआ नजर आ रहा है. प्रदूषण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन ने तमाम कवायद की है. लेकिन, प्रदूषण स्तर में कुछ खास गिरावट देखने को नहीं मिल रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (central pollution control board) की मानें तो बुधवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर अत्यंत खराब श्रेणी 378 पर है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर:
इंदिरापुरम | 368 |
वसुंधरा | 381 |
संजय नगर | 381 |
लोनी | 383 |
बता दें, एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन (ozone), सल्फर डायऑक्साइड (SO2), नाइट्रिक डायऑक्साइड (NO2), कार्बन मोनो और डायआक्साइड (CO and CO2) सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
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कैसे बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
• दमा रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.
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