नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने बुधवार को संतोष मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया.जहां उन्होंने पीआईसीयू और एनआईसीयू में शुरू की गई सुविधाओं को बारीकी से देखा और वार्ड में उपलब्ध डाक्टर से चिकित्सीय सुविधाओं के सम्बन्ध में जानकारी ली.
कोरोना की सम्भावित तीसरी ( third wave of Corona ) लहर से बच्चों को सुरक्षित रखने एवं समय से उपचार करने के लिए जिला प्रशासन ने गाजियाबाद (Ghaziabad) के सभी प्राइवेट अस्पताल प्रबन्धकों को निर्देश दिये गये हैं कि सभी अस्पताल अपने यहां कम से कम 10-10 पीकू व नीकू बैड्स बच्चों के लिए आरक्षित रखें. सरकारी क्षेत्र में महिला जिला चिकित्सालय एवं संतोष मेडिकल हॉस्पिटल को चुना गया.
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इसी कड़ी में संतोष मेडिकल हॉस्पिटल में पीआईसीयू (PICU)और एनआईसीयू (NICU)की सुविधा शुरू हो गई. पीआईसीयू लेवल 4 में 10 बैड उपलब्ध है. यह सभी बैड सेन्ट्रल ऑक्सीजन, सैन्ट्रल सक्शन और वैंटिलेशन के लिए कंप्रेस्ड एयर पॉइंट से लैस है. यहां एनआईवी मोड के साथ आठ बाल चिकित्सा क्रियाशील वैंटिलेटर्स, पर्याप्त संख्या में पुनर्जीवन उपकरण, इन्फ्यूजन पम्पस, BIPAP, धमनी रेखाएं, ऑक्सीजन वितरण प्रणाली, पोर्टेबल एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और ईसीएचओ है.
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इसी प्रकार एनआईसीयू (NICU)लेबल 3 वार्ड में 10 बैड्स उपलब्ध है. वार्ड में 10 बिस्तर सेन्ट्रल ऑक्सीजन तथा वार्मर युक्त है. यह वार्ड बाल चिकित्सा सर्जरी से गुजरने वाले रोगियों की पोस्ट ऑपरेटिव गहन देखभाल के मामलों से निपटने जैसे मामलें निपटने के लिए तैयार है.
सुविधाओं से लैस है हॉस्पिटल
यहां नवजात बच्चों के लिए चार वैंटिलेटर्स और दो बबल C-PAP मशीने उपलब्ध है. इस वार्ड में फोटोथेरेपी, एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन, पोर्टेबल सीएसजी पूर्ण पुनर्जीवन उपकरण, ऑक्सीजन वितरण प्रणाली, धमनी रेखाएं, नाभि शिरापरक कैथीटेराइजेशन और सर्फेक्टेंट थेरेपी के लिए सुविधाओं से लैस है.
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