नई दिल्ली/गाज़ियाबाद: खूंखार आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा को आंखों के इलाज के बाद फिर से गाजियाबाद की डासना जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. अब्दुल करीम टुंडा कई बड़े आतंकवादी हमलों का दोषी है.
आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा की आंखों में मोतियाबिंद हो गया था, जिसके बाद गाजियाबाद जिला अस्पताल में उसकी बाईं आंख का ऑपरेशन किया गया.
कौन है आतंकवादी टुंडा?
खूंखार आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा पिछले कई सालों से गाजियाबाद की डासना जेल में अपने गुनाहों की सजा भुगत रहा है. उस पर कई आतंकी हमलों में शामिल होने का आरोप था और एक मामले में उसे सजा भी मुकर्रर हो चुकी है. दिल्ली पुलिस ने कुछ साल पहले उसे नेपाल बॉर्डर से पकड़ा था.
टुंडा को कुछ दिन पहले मोतियाबिंद की शिकायत हुई और उसे जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया. दो दिन पहले उसे गाजियाबाद के सरकारी जिला अस्पताल लाया गया जहां उसका मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ.
डॉक्टर्स के मुताबिक उसकी बाई आंख का ऑपरेशन करके उसमें लेंस डाल दिया गया है. अब टुंडा को दिखाई देने लगा है. इसके बाद तुरंत उसे गाजियाबाद की डासना जेल में वापस शिफ्ट कर दिया गया.
ऐसे पड़ा आतंकवादी का नाम टुंडा
बता दें कि अब्दुल करीम टुंडा दशकों पहले से ही आतंक की दुनिया में आ गया था. बताया जाता है कि बम बनाने में टुंडा काफी माहिर था.
उत्तर प्रदेश के पिलखुआ का रहने वाला टुंडा बचपन में एक बार बम बना रहा था इस दौरान वह बम फट गया. जिस वजह से उसका एक हाथ खराब हो गया. इसलिए उसका नाम टुंडा पड़ गया था. आतंक की दुनिया में टुंडा लंबे समय तक सक्रिय था.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जिला अस्पताल की सुरक्षा की सुरंग बनाई गई थी. आतंकवादी टुंडा को अस्पताल के हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया था. पुलिस के मुताबिक कड़ी सुरक्षा के बीच टुंडा को वापस डासना जेल भेज दिया गया है.