नई दिल्ली/गाजियाबादः जनपद गाजियाबाद में कलेक्शन एजेंट ने अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रची, लेकिन पुलिस ने साजिश का पर्दाफाश कर दिया. मामला विजय नगर इलाके का है. 13 अगस्त की शाम पुलिस को दिनेश नाम के युवक की पत्नी ने बताया कि पति संदिग्ध हालत में लापता है.
पुलिस ने तलाश शुरू की तो आरोपी दिनेश थाने पहुंचा. उसने कहा कि उसका अपहरण हो गया था. दिनेश ने बताया कि वो जिस सीमेंट कंपनी में काम करता है, उस कंपनी के 23 लाख 78 हजार रुपये बदमाशों ने अपहरण करके लूट लिए हैं. जैसे-तैसे वे अपहरणकर्ताओं के चंगुल से आजाद हुआ है, लेकिन कहानी झूठी निकली.
बार-बार बयान बदलने से हुआ शक
हैरत इस बात की थी कि दिनेश बार-बार बयान बदल रहा था. बस पुलिस को शक हुआ और कड़ाई से पूछताछ की गई. इसके बाद दिनेश टूट गया और उसने सच बता दिया. आरोपी ने रुपये का गबन करने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची थी. रुपये को दिनेश ने अलीगढ़ में अपने रिश्तेदार पप्पू के यहां छुपा दिया था. पुलिस ने 23 लाख 54 हजार रुपये की नगदी के साथ आरोपी दिनेश और उसके रिश्तेदार पप्पू को गिरफ्तार कर लिया है.
कर्ज चुकाने के लिए रची वारदात
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी पर काफी कर्जा हो गया था. लॉकडाउन में वह उस कर्जे को नहीं चुका पा रहा था. इसके चलते उसने यह पूरी प्लानिंग की. जैसे ही उसके मालिक ने उसे मोटी रकम बैंक में जमा करने के लिए कहा, वैसे ही उसका ईमान बदल गया. उसने लालच में वारदात अंजाम दे दी. लेकिन अपहरण की झूठी कहानी ज्यादा देर तक छुप नहीं पाई.