नई दिल्ली/गाजियाबाद: 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिन महिलाओं के प्रति सम्मान, प्यार को दिखाने के साथ ही उनके जज्बे और त्याग को सलाम किया जाता है. ऐसी ही एक मुरादनगर कस्बे के ढिढ़ार गांव निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग दादी भी हैं. जो 30 वर्षों से खुद ट्रैक्टर चलाकर खेती करती आ रही हैं और इनको मदर इंडिया के नाम से भी पुकारा जाता है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने बुजुर्ग महिला किसान रामकुमारी से खास बातचीत की.
मरते दम तक रहेगा खेती से लगाव
रामकुमारी रोहटो ने बताया कि वह सन 1990 से खुद ट्रैक्टर चलाकर खेती करती आ रही हैं. क्योंकि उन्हें बचपन से ही खेती में दिलचस्पी थी. उन्होंने कोल्हू ( गन्ने का रस निकालने की मशीन) भी चलाया है. जब तक वह जिंदा रहेंगी उनको खेती से लगाव रहेगा. बुजुर्ग रामकुमारी रोहटो ने बताया कि उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर बनी 2 से 3 फिल्मों में भी काम किया हुआ है. जिसके कारण उनको मदर इंडिया कहा जाता है. तो वहीं दूसरी और उनको प्रशासनिक अफसर गॉड मदर तक कहते हैं.
कानून वापसी तक चलता रहेगा किसान आंदोलन
उन्होंने बताया कि वह गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में भी जाती रहती हैं. यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उन्होंने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा है कि महिला खुद को कमजोर न समझे वह भी मर्दों के बराबर काम कर सकती हैं.