नई दिल्ली/गाजियाबाद: कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी पर कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर तकरीबन तीन महीने से किसानों का आंदोलन जारी है. सर्दी के मौसम में शुरू हुआ किसान आंदोलन गर्मी के मौसम में प्रवेश कर चुका है. किसान नेता भी गाजीपुर आंदोलन स्थल पर गर्मी के मौसम में रहने की व्यवस्था में जुटे हुए हैं.
नेशनल हाईवे-9 पर गाजीपुर किसान कमेटी ने मंच बना रखा है. मंच पर तमाम किसान नेता इकट्ठे होते हैं और किसानों को संबोधित करते हैं. मंच का संचालन सुबह 11 बजे से शाम सूरज ढलने तक होता था. सर्दी के मौसम में तो किसान मंच पर धूप में बैठ जाते थे, लेकिन गर्मी का मौसम शुरू होते मंच के आगे बैठने में किसानों को काफी परेशानी हो रही थी. ऐसे में अब मंच पर टेंट की व्यवस्था की गई है. मंच पर लगभग 25 फीट ऊंचा टेंट लगाया जा रहा है.
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सर्दी से शुरू हुआ किसानों का आंदोलन अब बढ़ती गर्मी के साथ ही अपना स्वरूप बदलता दिख रहा है. पहले जहां किसान गुनगुनी धूप में बैठकर आंदोलन को मजबूत करते थे, तो वहीं अब किसान बढ़ती गर्मी से परेशान दिख रहे हैं. आंदोलन कमजोर ना पड़े इसे लेकर किसान संगठनों द्वारा गाजीपुर बॉर्डर पर तैयारियां की जा रही है. लगातार टेंट लगाए जा रहे हैं. जिसके अंदर किसान आराम से बैठ सके और उन्हें गर्मी ना लगे.