नई दिल्ली/पलवल: होडल में हुई बारिश (heavy rain in hodal) ने नगर परिषद और स्थानीय नेताओं के विकास कार्यों की पोल खोलकर रख दी है. कुछ ही दिन की बारिश के बाद होडल शहर में चारों तरफ पानी ही पानी (hodal waterlogging) नजर आ रहा है. शहर में लोगों के लिए निकलने के रास्ते बंद हो चुके हैं. कई लोग पानी से होकर ही पैदल निकल रहे हैं तो कोई पानी से अपने वाहनों को खींचता हुआ नजर आ रहा है. शहर में नगर परिषद द्वारा विकास कराए जाते हैं, लेकिन वह विकास कार्य कहां किए गए ये शहर के लोग पूछना चाहते हैं.
शहर के लोगों ने कहा कि अगर सरकार अच्छी तरह से जांच कराए तो नगर परिषद के चेयरमैन और अधिकारियों का बहुत बड़ा घोटाला सामने आएगा. क्योंकि जब सरकार ने लगभग 60 करोड़ रुपये विकास के लिए दिए थे तो इन पैसों से कहां पर विकास कराया गया. नगर परिषद के अधिकारी और नेता कहते हैं कि होडल शहर में लगभग 60 करोड़ रुपये विकास कार्यो पर खर्च किए गए हैं. वह कहां पर खर्च किए गए ये बारिश ने दिखा दिया है.
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स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते बारिश के पानी से शहर जलमग्न हो गया है. अगर शहर में 24 घंटे और बारिश हुई तो पूरा शहर पानी में डूब जाएगा, जो हालात हैं वह तो यही दर्शाते हैं. नगर परिषद द्वारा पानी की निकासी के आज तक कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए. शहर एक टापू की तरह नजर आ रहा है जिसके चारों तरफ पानी-पानी भरा हुआ है. शहर में कोई रास्ता ऐसा नहीं है जहां से आसानी से लोग अपने घरों तक, दुकानों तक पहुंच सके. लगभग 1 घंटे की बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया है अगर ये बारिश कई दिनों तक चली तो लगता है कि पूरा होडल शहर एक टापू में तब्दील हो जाएगा.