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नूंह में एक ही परिवार के 3 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, गांव में मातम

नूंह जिले के रहना गांव में एक परिवार के तीन बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई. बच्चे 7वीं कक्षा में पढ़ते थे और स्कूल जाने की बात कहकर घर से निकले थे.

three children died due to drowning in the pond
तालाब में डूबने से मौत हो
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Published : Aug 5, 2021, 10:26 PM IST

नूंह: अरावली की पहाड़ी की तलहटी में बसे रेहना गांव से करीब 1 किलोमीटर दूर बने तालाब में नहाने गए सातवीं कक्षा के 3 छात्रों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. सभी छात्र सातवीं कक्षा में पढ़ते थे और एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. इस घटना के बाद रेहना गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. छात्रों की डूबने से हुई मौत पर परिजनों का कहना है कि बच्चे स्कूल जाने की बात कहकर घर से गए थे और वो स्कूल से कब बाहर निकले किसी को नहीं पता. इसमें स्कूल प्रशासन की लापरवाही है.

वहीं स्कूल प्रशासन का कहना है कि बच्चे स्कूल में आए ही नहीं. वहीं नूंह पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर तीनों छात्रों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए अस्पताल भिजवा दिया है.

जानकारी के मुताबिक गांव से करीब 1 किलोमीटर दूर जंगल में बने तालाब में सातवीं कक्षा के छात्र 13 वर्षीय अम्मार, 15 वर्षीय मोहिन और 15 वर्षीय फरहान नहाने के लिए गए थे. जब ये बच्चे डूबने लगे तो जंगल में पशुओं को चरवा रही एक महिला ने इन्हें देखा और शोर मचाकर लोगों को एकत्रित किया. लेकिन जब तक लोग आते तब तक बच्चे डूब चुके थे.

ये भी पढ़ें: दूसरी लहर के दौरान मुफ्त ऑक्सीजन वितरण करने वालों पर नहीं होगी कार्रवाई : दिल्ली सरकार

जैसे ही छात्रों के डूबने की खबर आसपास के गांव के लोगों को पता लगी तो घटनास्थल से लेकर रेहना गांव तक भारी भीड़ जमा हो गई. फिर पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से कई घंटों के बाद बच्चों के शवों को बाहर निकाला गया. वहीं इस घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.

ये भी पढ़ें: शरणार्थी शिविरों में बुनियादी सुविधाएं देने को लेकर दिल्ली सरकार को HC का आदेश

नूंह: अरावली की पहाड़ी की तलहटी में बसे रेहना गांव से करीब 1 किलोमीटर दूर बने तालाब में नहाने गए सातवीं कक्षा के 3 छात्रों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. सभी छात्र सातवीं कक्षा में पढ़ते थे और एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. इस घटना के बाद रेहना गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. छात्रों की डूबने से हुई मौत पर परिजनों का कहना है कि बच्चे स्कूल जाने की बात कहकर घर से गए थे और वो स्कूल से कब बाहर निकले किसी को नहीं पता. इसमें स्कूल प्रशासन की लापरवाही है.

वहीं स्कूल प्रशासन का कहना है कि बच्चे स्कूल में आए ही नहीं. वहीं नूंह पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर तीनों छात्रों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए अस्पताल भिजवा दिया है.

जानकारी के मुताबिक गांव से करीब 1 किलोमीटर दूर जंगल में बने तालाब में सातवीं कक्षा के छात्र 13 वर्षीय अम्मार, 15 वर्षीय मोहिन और 15 वर्षीय फरहान नहाने के लिए गए थे. जब ये बच्चे डूबने लगे तो जंगल में पशुओं को चरवा रही एक महिला ने इन्हें देखा और शोर मचाकर लोगों को एकत्रित किया. लेकिन जब तक लोग आते तब तक बच्चे डूब चुके थे.

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जैसे ही छात्रों के डूबने की खबर आसपास के गांव के लोगों को पता लगी तो घटनास्थल से लेकर रेहना गांव तक भारी भीड़ जमा हो गई. फिर पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से कई घंटों के बाद बच्चों के शवों को बाहर निकाला गया. वहीं इस घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.

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