नई दिल्ली/फरीदाबाद: नगर निगम के द्वारा मास्टर प्लान 2031 को सिरे चढ़ाने की कवायद शुरू कर दी गई है. इसके लिए नगर निगम ने अपने क्षेत्र का दायरा बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है. निगम प्रशासन ने सीमा क्षेत्र बढ़ाने के लिए 26 गांवों को चिन्हित कर अन्य विभागों से रिपोर्ट मांगी है. निगम कमिश्नर ने 7 विभागों को पत्र भेजकर विभिन्न विसयों पर जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी है. ताकि शहर के सुनियोजित विकास को लेकर सरकार की मंशा को आगे बढ़ाया जा सके.
वहीं इस काम के शुरू होने से पहले ही विरोध होना शुरू हो गया है. दर्जनों गांव ऐसे हैं जो नगर निगम में शामिल ना होकर पंचायत में ही रहना चाहते हैं. गांव नीमका, मिर्जापुर, सहित कई अन्य गांव के पंच, सरपंचों ने ग्रामीणों के साथ इकट्ठा होकर बल्लभगढ़ के पंचायती ब्लॉक में अपना विरोध दर्ज कराया. नीमका गांव के सरपंच जगबीर ने बताया कि वो पंचायत में ही रहना चाहते हैं. नगर निगम में वो शामिल होना नहीं चाहते हैं.
सरपंच जगबीर ने बताया कि नगर निगम के पास शहर है और शहर का ही काम नगर निगम पूरा नहीं कर पाता है. ऐसे में उनके इलाकों में विकास कहां से कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि पंचायत में गांव में काम करा दिए जाते हैं, लेकिन नगर निगम में शामिल होने के बाद उनको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
सरपंच जगबीर ने बताया कि नगर निगम में शामिल होने के बाद गांव का विकास रूक जाएगा. क्योंकि फरीदाबाद स्मार्ट सिटी में नगर निगम पूरी तरह फेल हो चुका है. उनका कहना है कि वो पंचायत में ही रहना चाहते हैं. दूसरे गांव के पंच और सरपंचों से भी बातचीत चल रही है. वो इकट्ठा होकर इसका फैसला लेंगे.