नई दिल्ली/पलवल: जनता की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरों को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्य सरकारों को फटकार लगाई गई है. अगर बात पलवल की करें तो यहां ज्यादातर थानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और अधिकांश कैमरे चालू हालात में हैं.
पुलिस थानों के बाहर और अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे तीसरी आंख की तरह कामगार साबित होते हैं. सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराधों की गुत्थी को सुलझाने और आरोपियों की पहचान में काफी मदद मिलती है. साथ ही कई सच और झूठ से भी पर्दा उठ जाता है.
बता दें कि पलवल जिले में कुल 13 थाने हैं, जिनमें 38 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. प्रत्येक थाने में कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिसके लिए जिला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने सभी थाना प्रभारियों को आदेश पारित कर दिए हैं.
पुलिस आंकड़ों के अनुसार पलवल के शहर थाने में 2, कैंप थाने में 2, सदर थाने में 4, महिला थाने में 6, होडल थाने में 2, बहीन थाने में 2, हथीन थाने में 3, उटावड़ थाने में 4, हसनपुर थाने में 4, चांदहट थाने में 4, मुंडकटी थाने में 2, गदपुरी थाने में 2 और ट्रैफिक थाने में 1 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं.
जिला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत का कहना है कि सीसीटीवी कैमरों को लेकर उच्चाधिकारियों की तरफ से एक कमेटी गठित की गई, जिसमें जिला उपायुक्त और जिला पुलिस अधीक्षक को सदस्य बनाया गया है. थानों के सभी कैमरों की जांच की जा रही है. अधिकतर कैमरे सही हैं.