नई दिल्ली/फरीदाबाद: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार डिजिटल बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि ये ऐसे वक्त में आ रहा है जब देश की जीडीपी लगातार दो बार माइनस में गई है, लेकिन ये ग्लोबल इकोनमी के साथ ऐसा ही हुआ है. साल 2021 ऐतिहासिक साल होने जा रहा है, जिसपर देश की नजर है. मुश्किल के इस वक्त में भी मोदी सरकार का फोकस किसानों की आय दोगुनी करने, विकास की रफ्तार को बढ़ाने और आम लोगों को सहायता पहुंचाने पर है. फरीदाबाद के कुछ लोगों ने बजट को राहत देने वाला बताया तो कुछ लोगों ने इस बजट को निराशाजनक बताया.
खासकर स्वस्थ भारत और आत्मनिर्भर भारत को लेकर लोगों ने सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा है कि जिस तरह स्वास्थ्य के बजट में 137 प्रतिशत की वृद्धि की गई है और करो ना वैक्सिंग के लिए 35000 करोड का बजट रखा है ,वो काबिले तारीफ है क्योंकि लोग स्वस्थ रहेंगे तो देश का विकास होगा.
लोगों का कहना था कि इस बजट में विदेशी सामान महंगा किया गया है, जबकि भारत में बने घरेलू उत्पाद सस्ते किए गए हैं इससे लोग भारत में निर्मित सामान खरीदेंगे जिससे बाजारों में रौनक लौटेगी और आत्म भारत का निर्माण होगा.
वहीं लोगों ने एमएसपी खरीद को किसानों के हित में बताया वही बिजली के सामान और ऑटो पार्ट्स महंगे होने पर नाराजगी भी खोने पर नाराजगी भी जताई. बजट में सोना चांदी सस्ते करने पर लोगों ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता बेहतर होगा सरकार खाने पीने की चीजें सस्ती करें. हालांकि लोगों ने इसे संतुलित बजट बताया.