नई दिल्ली/पलवल: देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए परिवहन विभाग ने निजी और सरकारी बसों में सवारियों को बैठाने की सीमा 30 की हुई है. जो बसें 52 सीटर हैं, 30 और जो बसें 49 सीटर हैं. उनमें 25 सवारियां ही बैठाने के आदेश दिए गए हैं.
इसके बावजूद भी पलवल में निजी बस चालक सरकार और प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं. उन्हें ना तो सरकार एवं परिवहन विभाग के आदेशों की चिंता है और ना ही कोरोना महामारी का डर है.
पलवल बस अड्डे पर हरियाणा रोडवेज के कार्य निरीक्षक (डीआई) हाकिम अली ने बताया कि लीलेंड की गाड़ियों में 30 और अन्य सामान्य बसों में 25 सवारियों को बैठाने संबंधित आदेश कार्यालय को प्राप्त हुआ है. हम इन आदेशों की पूरी तरह पालना कर रहे हैं. लेकिन कैपिटल और निजी बस संचालक इन आदेशों की कोई परवाह नहीं कर रहे हैं.
हाकिम अली ने बताया निजी बसों का चालन काटने का अधिकार आरटीओ के पास है. वहीं उन पर जुर्माना लगाकर रोक लगा सकते हैं. उन्होंने आरटीओ के अधिकारियों को इसकी सूचना दी हुई है. लेकिन अभी तक इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
बता दें कि पलवल में निजी बस चालक सरकार और प्रशासन की सरेआम धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं. वहीं पलवल प्रशासन सब कुछ देखते हुए भी आंखों पर बांधने का नाटक कर रहा हैं.अधिकारियों की लापरवाही के चलते पलवल में कोरोना वायरस का संकट बढ़ता जा रहा है.