नई दिल्ली/पलवल: प्रदेश में कोरोना ने कहर बरपाया हुआ है. कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 180 पार कर चुकी है. कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, सफाई कर्मचारी अपनी जान पर खेलकर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं. वहीं पलवल से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.
पलवल जिले को रेड जोन घोषित किया गया है. इसके बाद भी पलवल जिले में लॉकडाउन का पालन नहीं किया जा रहा है. कुछ दुकानदार इस लॉकडाउन में मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं और अवैध रूप से चोरी छुपे परचून की दुकानों को खोल कर सामान दोगुने रेट पर बेच रहे हैं. इस दौरान प्रशासन भी आंखें मूंद कर सोता हुआ दिखाई दे रहा है.
इस आपदा के दौर में गरीब लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए सामाजिक संस्थाएं और प्रशासन लोगों की सहायता करने में लगे हैं. जिनके पास खाने के लिए राशन नहीं है उनको राशन वितरित किया जा रहा है. लेकिन वहीं पलवल जिले में लोगों की जेबों पर डाका डाला जा रहा है. पलवल में अवैध रूप से चोरी छूपे परचून की दुकानों को खोल कर सामान दोगुने रेट पर बेचा जा रहा है.
पलवल जिले को प्रदेश में रेड जोन घोषित किया गया है. लेकिन उसके बाद भी परचून के दुकानदार बिना मंजूरी के अवैध तरीके से दुकानों को खोल कर महंगे दामों में सामान को बेच रहे हैं. लोगों ने बताया कि जिस सामान की कीमत सौ रुपये है और 50 रुपये है दुकानदार उसी सामान को 200 रुपये और 100 रुपये में बेच रहे हैं.
दोगुने रेट पर बेच रहे हैं सामान
दुकानदार चोरी चुपके दुकानों को खोल कर सामान बेच रहे हैं और मार्केट कमेटी के अधिकारी और कर्मचारी दुकानों पर बैठे रहते हैं. उसके बाद भी ऐसे अवैध तरीके से पैसा वसूलने वाले दुकानदारों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है.
देश और प्रदेश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है और लोग इस महामारी में पैसा कमाने में लगे हुए हैं. दुकानदार सामान को दोगुने रेट पर बेचकर लाभ कमा रहे हैं. सामान लेने आए लोगों ने बताया कि दुकानदार चोरी चुपके दुकानों को खोलते हैं और राशन देते हैं. लेकिन सामान की कोई पर्ची कोई रसीद नहीं देते हैं. कुछ सामान को दोगने रेटों में बेचा डा रहा है. लोगों को मजबूरी में सामान ले जाना पड़ रहा है.
संकट की घड़ी में जेब खाली है
लोगों का कहना है कि इस पर प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि इस संकट की घड़ी में लोगों की जेब खाली नहीं हो. वहीं मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर राजबीर सिंह ने कैमरे के सामने कहा कि बाजार में कोई दुकान नहीं खुली है लेकिन हमारे कैमरे में साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर सबकुछ जानते हुए अंजान बने हुए हैं. संकट की घड़ी में दुकानदार लोगों की जेब खाली करने में लगे हुए हैं.