नई दिल्ली/फरीदाबाद: कहते हैं कि सपने देखना कभी छोड़ना नहीं चाहिए. उसे पूरा करने में लगन से मेहनत की जाए तो एक दिन वह जरूर पूरा होता है. ऐसा ही कुछ सदपुरा गांव के बुजुर्ग कूड़े राम के साथ हुआ. उनकी इच्छा थी कि जब वो सरकारी नौकरी से रिटायर हों, तब वह अपने घर हेलिकॉप्टर में जाए.
बचपन का सपना किया पूरा
मंगलवार को जब वह स्कूल से रिटायर हुए तो हेलिकॉप्टर में बैठकर अपने घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने हेलिकॉप्टर से गांव के चक्कर भी लगाए. हेलिकॉप्टर से उतरते ही कूड़े राम ने कहा कि आज मेरी तमन्ना पूरी हो गई. बचपन से हेलिकॉप्टर में बैठने का मेरा सपना था. नौकरी के दौरान तो यह संभव नहीं हो पाया, लेकिन रिटायरमेंट पर पूरा हो गया.
1979 में कूड़े राम को हरियाणा शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी मिली थी. इनकी पहली पोस्टिंग नीमका गांव स्थित सरकारी स्कूल में हुई. तब से वह इसी स्कूल में सेवारत थे. 60 साल की उम्र में उनकी रिटायरमेंट हुई. कूड़े राम के परिवार में पत्नी रामवती के अलावा 3 बेटे और एक बेटी हैं. चारों संतानें शादीशुदा हैं.
लगा गांव में कोई नेता आया
जब वो हेलिकॉप्टर से गांव में पहुंचे तो पहले तो सबको लगा कि कोई नेता आया है. हेलिकॉप्टर में घूमने का पूरा खर्चा लगभग सवा तीन लाख रुपये आया. कूड़े राम ने इसका किराया चुकाने के लिए कर्ज भी लिया. कूड़े राम ने खुद तो हेलीकॉप्टर की सवारी की है, साथ ही साथ अपने पूरे परिवार को भी हेलिकॉप्टर में घुमाया और इसी के साथ 60 साल की उम्र में अपना सपना भी पूरा किया.