नई दिल्ली/फरीदाबाद: किसान संघर्ष समिति के बनरतले गांव अजरौंदा और दौलताबाद के सैकड़ों किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर लघु सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन कर एसडीएम की मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
किसानों ने कहा कि साल 2019 में गांव अजरौंदा और दौलताबाद के किसानों की जमीन को एचएसवीपी के द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया. जमीन तो अधिग्रहण कर ली गई, लेकिन उनकी जमीन का मुआवजा डेढ़ साल बाद भी उनको नहीं दिया गया.
किसानों को नहीं मिला 400 करोड़ रुपये का मुआवजा
किसानों ने कहा कि उनके मुआवजे को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी सरकार को आदेश जारी कर चुका है, लेकिन बावजूद उसके किसानों को उसका मुआवजा नहीं मिला है. गौरतलब है कि वर्ष 2019 में एचएसवीपी के द्वारा गांव अजरौंदा और दौलताबाद के लगभग 900 किसानों की जमीन को अधिग्रहण किया गया था. तब से लेकर अब तक किसानों का करीब 400 करोड रुपये का मुआवजा उनको नहीं मिला है.
वहीं ज्ञापन लेने आए एसडीएम साहब से जब इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो वो कैमरे के सामने से निकल गए और कुछ जवाब नहीं दिया. किसानों ने सेक्टर-12 लघु सचिवालय पर इकट्ठा होकर विरोध मार्च भी निकाला और मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.