नई दिल्ली/पलवल: प्रदेश में बेमौसम बरसात का कहर जारी है. जिले के साथ-साथ होडल और हथीन में बीती देर रात जमकर ओलावृष्टि हुई. ओलावृष्टि से किसानों की खड़ी गेहूं की फसल में बहुत ही ज्यादा नुकसान हुआ है, जिसको लेकर किसान कैबिनेट मंत्री बनवारीलाल से मिले और जल्द से जल्द मुआवजे की मांग की.
पलवल में लगभग सप्ताह भर पहले हुई जोरदार बारिश से किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा था, लेकिन उन जगहों पर कुछ उम्मीद बाकी थी, जो बीती देर रात हुई ओलावृष्टि ने खत्म कर दी है. बीती देर रात पलवल और होडल में जमकर ओलावृष्टि हुई. इससे किसानों की गेहूं की फसल में 80% से ज्यादा नुकसान हुआ है.
बता दें कि इस समय गेहूं के पकाव का है जो ओलावृष्टि होने से गेहूं की बाली का दाना बिल्कुल खत्म हो चुका है. किसान हाथों में ओले लेकर कैबिनेट मंत्री बनवारीलाल से मिलने पहुंचे. किसानों ने कहा की उनके पास अब खाने तक का अनाज नहीं बचा है. क्योंकि ओलावृष्टि ने लगभग सारे अनाज को खत्म कर दिया है.
उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए चारे का भी संकट खड़ा हो गया है क्योंकि गेहूं की फसल ओलावृष्टि से पूरी तरह नष्ट हो चुकी है. किसानों ने कहा कैबिनेट मंत्री उनको आश्वासन दिया है कि सभी की गिरदावरी की जाएगी और सभी को मुआवजा दिया जाएगा.
जिला पलवल के इलाकों में देर रात हुई ओलावृष्टि ने किसान की कमर तोड़ दी है क्योंकि किसान की खेत में खड़ी गेहूं की फसल इस ओलावृष्टि से 80% से ज्यादा खत्म हो चुकी है इस बारिश के बाद किसानों के सामने खाने के लिए गेहूं और पशुओं के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है.