नई दिल्ली/फरीदाबाद: एनआईटी नंबर-3 में बने एक निजी कॉलेज की 50वीं वर्षगांठ पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे. समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज प्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि 2014 में जब वो सत्ता में आए थे तो हरियाणा में लड़का-लड़की के बीच लिंगानुपात बहुत ज्यादा था, जो कहीं ना कहीं सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ रहा था.
'5 साल में बचाई 30 हजार बच्चियों की जान'
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने के बाद लिंगानुपात के प्रति लोगों को जागरूक किया गया और उसी का नतीजा है कि उनकी सरकार में पिछले 5 सालों में 30 हजार बच्चियों की हत्या कोख में होने से बचाई गई है और हरियाणा का आज लिंगानुपात बेहद बेहतर है.
मुख्यमंत्री ने कहा की लड़कियों की शिक्षा के लिए पूरे प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर जगह चिन्हित करके 40 महिला कॉलेज खोले जाने हैं. जिनमें से 31 कॉलेज वो खोल चुके हैं.
लड़कियों के लिए चलेंगी स्पेशल बसें- सीएम
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि लड़कियों के सुरक्षित परिवहन के लिए 181 रूट तय किए गए हैं. जिससे महिला स्पेशल बस चलाई जाएगी. जिन रूटों पर लड़कियों की संख्या कम है उन रूटों पर छोटी मिनी पिंक बसें चलाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए चलने वाली इन पिंक बसों में महिला पुलिस की भी तैनाती की जाएगी.
'हरियाणा में लगाए 2 लाख सीसीटीवी कैमरे'
महिला सुरक्षा पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में 2 लाख सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं. अगले साल में 1 लाख और लग जाएंगे. हरियाणा में 12 साल की छोटी बच्चियों के साथ छेड़छाड़ और रेप के मामले सामने आने के बाद मृत्युदंड देने का फैसला किया गया. जिसके बाद केंद्र ने पूरे देश में लागू किया.
'रेप के दोषी का होगा सामाजिक बहिष्कार'
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को उन्होंने जिम्मेदारी दी है कि सामान्य छेड़छाड़ के केस की जांच 15 दिन में और रेप के केस की जांच 30 दिन में पूरी हो जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सामाजिक स्तर पर बेटियों की सुरक्षा के लिए अगर किसी पर रेप का आरोप सिद्ध होता है तो पानी और दवाइयों को छोड़कर उसकी सारी सुविधाएं छीन ली जाएंगी. उसकी पेंशन बंद कर दी जाएगी यहां तक कि उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा.