नई दिल्ली/पलवल: आयुष विभाग पलवल द्वारा जिले के करीब 100 ऐसे दुकानदारों को जिनका एक स्थान से दूसरे स्थान पर आना जाना लगता है और रोजाना वो सैकड़ों लोगों के संपर्क में आते हैं, उन्हें आयुर्वेदिक काढ़ा व रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए औषधि का वितरण किया गया, ताकि वो कोरोना जैसी महामारी की चपेट में आने से बच सके.
आयुष विभाग पलवल के इंचार्ज डॉक्टर सतीश शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से उन्हें करीब 338 ऐसे दुकानदारों की लिस्ट प्राप्त हुई है. जिनका एक स्थान से दूसरे स्थान पर आना जाना लगा रहता है और वो रोजाना सैकड़ों लोगों के संपर्क में आते हैं. जिससे कि ऐसे दुकानदारों में कोरोना जैसी महामारी की चपेट में आने की ज्यादा संभावना रहती है. इसलिए ऐसे लोगों को आयुष विभाग पलवल द्वारा आयुर्वेदिक काढ़ा व रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए औषधि का वितरण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि गिलोय घनवटी एवं काढ़ा के निरन्तर सेवन से हमारे शरीर की रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ती है, जोकि लोगों को संक्रमण जैसी बीमारी की चपेट में आने से बचाती है. आयुष विभाग द्वारा अब तक करीब 100 ऐसे दुकानदारों को आयुर्वेदिक काढ़ा व रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए औषधि का वितरण किया जा चुका है. जिले में अधिकतर लोग ऐसे हैं जिनका किसी ना किसी काम से गुरुग्राम, फरीदाबाद व दिल्ली में आना जाना लगा रहता है और वहां पर कोरोना के मामले सबसे ज्यादा हैं. ऐसे में इन लोगो में कोरोना का संकम्रण फैलना का अधिक खतरा रहता है.
उन्होंने कहा कि अगर ऐसे लोगों को खांसी, जुकाम या बुखार की शिकायत हो तो वह तुरंत पलवल के नागरिक अस्पताल में आकर अपनी कोरोना जांच करवाएं. जब तब इस कोरोना जैसी महामारी की चैन नहीं टूटेगी तब तक हम इस कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त नहीं कर सकते हैं. जिले के सभी लोगों से ये अपील है कि सभी जरूरत के समय घरों से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें तथा सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें और बेवजह अपने घरों से बाहर ना निकलें.