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ईटीवी भारत की खबर का असर, सूरजकुंड मेले में 233 हस्तशिल्पियों को मिली दुकानें

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Published : Feb 5, 2020, 12:51 PM IST

Updated : Feb 5, 2020, 3:05 PM IST

ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. सूरजकुंड मेले में 233 हस्तशिल्पियों को दुकानें ना मिलने की वजह से हस्तशिल्पी परेशान थे. ईटीवी भारत ने उनकी इस खबर को प्रमुखता के साथ दिखाया था, जिसके बाद उन्हें दुकानें अलॉट हो गई हैं.

233 handicrafts got shops in surajkund fair after impact of ETV bharat in faridabad
ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर

नई दिल्ली/फरीदाबाद: 34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में 233 हस्तशिल्पियों को दुकानें ना मिलने से परेशान हस्तशिल्पियों ने विरोध-प्रदर्शन किया था. उनकी इस परेशानी को लेकर ईटीवी भारत ने सूरजकुंड मेले के प्राधिकरण से बात की थी और उनकी समस्याओं को दिखाया था. ईटीवी भारत की दिखाई गई इस खबर का असर हुआ है.

ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर

ईटीवी भारत की खबर का असर

आपको बता दें कि दुकानें नहीं मिलने के कारण हस्तशिल्प काफी परेशान थे. इसको लेकर उन्होंने छोटा-सा आंदोलन भी किया था. उनके इस आंदोलन को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ दिखाया था, जिसके बाद अब उन सभी हस्तशिल्पों को मेला प्राधिकरण ने दुकानें अलॉट कर दी है.

हस्तशिल्पों को अलॉट हुई दुकानें

तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि ये जो नजारा दिखाई दे रहा है. वह उसी मेले परिसर का है, जो कल तक सूना पड़ा हुआ था. क्योंकि वहां पर हस्तशिल्पियों को दुकानें अलॉट नहीं हुई थी. जिसका कारण प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही थी. मेले शुरू होने के तीसरे दिन भी दुकान है ना मिलने के चलते हस्तशिल्पियों ने इकट्ठा होकर मिला प्राधिकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.

ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी खबर

ईटीवी भारत ने उनकी इस समस्या को प्रमुखता के साथ दिखाया था. इसके बाद सभी हस्तशिल्पियों को मेला प्राधिकरण ने दुकान अलॉट कर दी. दिल्ली से आए गौतम हस्तशिल्पी ने कहा कि दुकान समय पर ना खुलने से उनको नुकसान तो गया है, लेकिन देर आए दुरुस्त आए, साथ ही उन्होंने ईटीवी भारत का भी धन्यवाद किया और कहा कि हमारी आवाज को उठाने के लिए वह ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हैं.

नई दिल्ली/फरीदाबाद: 34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में 233 हस्तशिल्पियों को दुकानें ना मिलने से परेशान हस्तशिल्पियों ने विरोध-प्रदर्शन किया था. उनकी इस परेशानी को लेकर ईटीवी भारत ने सूरजकुंड मेले के प्राधिकरण से बात की थी और उनकी समस्याओं को दिखाया था. ईटीवी भारत की दिखाई गई इस खबर का असर हुआ है.

ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर

ईटीवी भारत की खबर का असर

आपको बता दें कि दुकानें नहीं मिलने के कारण हस्तशिल्प काफी परेशान थे. इसको लेकर उन्होंने छोटा-सा आंदोलन भी किया था. उनके इस आंदोलन को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ दिखाया था, जिसके बाद अब उन सभी हस्तशिल्पों को मेला प्राधिकरण ने दुकानें अलॉट कर दी है.

हस्तशिल्पों को अलॉट हुई दुकानें

तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि ये जो नजारा दिखाई दे रहा है. वह उसी मेले परिसर का है, जो कल तक सूना पड़ा हुआ था. क्योंकि वहां पर हस्तशिल्पियों को दुकानें अलॉट नहीं हुई थी. जिसका कारण प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही थी. मेले शुरू होने के तीसरे दिन भी दुकान है ना मिलने के चलते हस्तशिल्पियों ने इकट्ठा होकर मिला प्राधिकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.

ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी खबर

ईटीवी भारत ने उनकी इस समस्या को प्रमुखता के साथ दिखाया था. इसके बाद सभी हस्तशिल्पियों को मेला प्राधिकरण ने दुकान अलॉट कर दी. दिल्ली से आए गौतम हस्तशिल्पी ने कहा कि दुकान समय पर ना खुलने से उनको नुकसान तो गया है, लेकिन देर आए दुरुस्त आए, साथ ही उन्होंने ईटीवी भारत का भी धन्यवाद किया और कहा कि हमारी आवाज को उठाने के लिए वह ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हैं.

Intro:फरीदाबाद में चल रही 34 व अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड में 233 हस्तशिल्प यों को दुकान है ना मिलने से बोलो परेशान थे जिसके चलते उन्होंने एक छोटा सा आंदोलन किया आंदोलन को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ दिखाया जिसके बाद अब उन सभी को मेला प्राधिकरण के द्वारा दुकान में भी जा चुकी हैBody:तस्वीरों में दिखाई दे रहा यह नजारा उसी मेला परिसर का है जो कल तक सुना पड़ा हुआ था क्योंकि यहां पर हस्तशिल्प यों को दुकानें अलॉट नहीं हुई थी जिसकी वजह मेरा प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही थी मेले शुरू होने के तीसरे दिन भी दुकान है ना मिलने के चलते हस्तशिल्प यों ने इकट्ठा होकर मिला प्राधिकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इसी प्रदर्शन को ईटीवी भारत में प्रमुखता के साथ दिखाया जिसके बाद सभी हस्तशिल्प यों को मेला प्राधिकरण ने दुकान या ना कर दी है दिल्ली से आए हस्तशिल्पी ने कहा कि दुकान समय पर ना खुलने से उनको नुकसान तो गया है लेकिन देर आए दुरुस्त आए साथ ही उन्होंने ईटीवी भारत का भी धन्यवाद किया और कहा कि उनकी आवाज को उठाने के लिए वह उनका धन्यवाद करते हैं Conclusion:ईटीवी भारत की खबर का असर, 233 हस्तशिल्प ईयर को मिली उनकी दुकानें
Last Updated : Feb 5, 2020, 3:05 PM IST
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