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फरीदाबादः 11वीं की छात्रा ने लिखी, अधूरे प्यार पर पूरी किताब! - अधूरे प्यार पर पूरी किताब

फरीदाबाद में 11वीं की छात्रा ने एक ऐसी किताब लिखी है जो उन लेटर्स को इकट्ठा करके लिखी गई है जो लिखे तो गए लेकिन कभी अपने मुकाम तक नहीं पहुंच पाए.

11वीं की छात्रा ने लिखी किताब, ईटीवी भारत
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Published : Aug 6, 2019, 8:41 PM IST

नई दिल्ली/फरीदाबाद: 11वीं में पढ़ने वाली छात्रा दीवा ने 'लेटर अनसेंट' नामक एक किताब की रचना की है. दीवा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस किताब में ऐसी अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गये प्रेम पत्रों का संग्रह है. जिन्हें हम जिंदगी भर चाहते रहे, पर उनको खत भेजने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं.

11वीं की छात्रा ने लिखी किताब

हिम्मत ना जुटाने वाला प्यार

दीवा ने आगे बताया कि हमारे जीवन में ऐसे कितने ही अवसर आते हैं. जब हम अपने करीबी लोगों को काफी कुछ कहना चाहते हैं लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियां होती है जिनके कारण हम नहीं बोल पाते. अक्सर ऐसी ही बातें जिनमे गहरी संवेदनाएं, भावनाएं और दिल के राज छुपे होते हैं. वो हमारे जहन में रह जाती हैं या फिर हमारी डायरी या उन खतों में रह जाती है. जिन्हें हम अपने सबसे नजदीक इंसान को नहीं भेज पाते, ऐसे ही अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गये खतों का संग्रह कर उसे किताब की शक्ल दे दी गई है.

कौन हैं दीवा ?

दीवा गोयल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता की प्रपौत्री हैं जो मसूरी के वुडस्टॉक स्कूल में 11वीं की छात्रा है.

किताब का विमोचन
किताब का विमोचन जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया. कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने दीया और उसके परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतनी छोटी उम्र में रचनात्मक लेखन करना बड़ी बात है. कुलपति ने कहा कि लोगों की ऐसी बातों को किताब के माध्यम से बताना जो बेहद निजी और भावनाओं से ओतप्रोत है, बेहद संवेदनशीलता का कार्य है. इसके लिए अच्छी समझ होना जरूरी है.

नई दिल्ली/फरीदाबाद: 11वीं में पढ़ने वाली छात्रा दीवा ने 'लेटर अनसेंट' नामक एक किताब की रचना की है. दीवा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस किताब में ऐसी अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गये प्रेम पत्रों का संग्रह है. जिन्हें हम जिंदगी भर चाहते रहे, पर उनको खत भेजने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं.

11वीं की छात्रा ने लिखी किताब

हिम्मत ना जुटाने वाला प्यार

दीवा ने आगे बताया कि हमारे जीवन में ऐसे कितने ही अवसर आते हैं. जब हम अपने करीबी लोगों को काफी कुछ कहना चाहते हैं लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियां होती है जिनके कारण हम नहीं बोल पाते. अक्सर ऐसी ही बातें जिनमे गहरी संवेदनाएं, भावनाएं और दिल के राज छुपे होते हैं. वो हमारे जहन में रह जाती हैं या फिर हमारी डायरी या उन खतों में रह जाती है. जिन्हें हम अपने सबसे नजदीक इंसान को नहीं भेज पाते, ऐसे ही अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गये खतों का संग्रह कर उसे किताब की शक्ल दे दी गई है.

कौन हैं दीवा ?

दीवा गोयल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता की प्रपौत्री हैं जो मसूरी के वुडस्टॉक स्कूल में 11वीं की छात्रा है.

किताब का विमोचन
किताब का विमोचन जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया. कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने दीया और उसके परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतनी छोटी उम्र में रचनात्मक लेखन करना बड़ी बात है. कुलपति ने कहा कि लोगों की ऐसी बातों को किताब के माध्यम से बताना जो बेहद निजी और भावनाओं से ओतप्रोत है, बेहद संवेदनशीलता का कार्य है. इसके लिए अच्छी समझ होना जरूरी है.

Intro:एंकर - हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बनारसी दास गुप्ता की प्रपौत्री दीया गोयल ने 11वीं कक्षा में पढने के दौरान ही ‘लेटर अनसेंट’ एक पुस्तक की रचना की है, जिसका विमोचन जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया, इस पुस्तक में ऐसी अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गये उन प्रेम पत्रों का संग्रह है जिन्हें में जिंदगी भर चाहते रहे मगर उन लोगों को भेजने की हम हिम्मत नहीं जुटा पाये।Body:वीओ - हमारे जीवन में ऐसे कितने ही अवसर आते है जब हम अपने करीबी लोगों को काफी कुछ कहना चाहते है लेकिन किन्हीं परिस्थितियों के कारण कह नहीं पाते। अक्सर ऐसी बातें जिनमें गहरी संवेदनाएं, भावनाएं और दिल के राज छुपे होते है, या तो हमारे जहन में रह जाती है या फिर हमारी डायरी या उन खतों में रह जाती है, जिन्हें उन लोगों को भेजने की हम जीवनभर हिम्मत नहीं जुटा पाये। ऐसे ही अनकही बातों और कभी नहीं भेजे गये खतों का संग्रह कर पुस्तक की शक्ल दी है दीया गोयल ने। दीया गोयल की पुस्तक ‘लेटर अनसेंट’ का विमोचन आज जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने दीया और उसके परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतनी छोटी उम्र में रचनात्मक लेखन करना बड़ी बात है। कुलपति ने कहा कि लोगों की ऐसी बातों को किताब के माध्यम से बताना जो बेहद निजी और भावनाओं से ओतप्रोत है, बेहद संवेदनशीलता का कार्य है और इसके लिए अच्छी समझ होनी जरूरी है। उन्होंने दीया के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

मसूरी में 12वीं कक्षा की छात्रा दीया गोयल का ताल्लुक एक व्यवसायी परिवार से है और वह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बनारसी दास गुप्ता की प्रपौत्री है। फरीदाबाद के सेक्टर-15 निवासी दीया गोयल के पिता सुमित गुप्ता एक कारोबारी है और मां शिप्रा गुप्ता का भी अपना व्यवसाय है। बिजनेस स्टडीज कर रही दीया ने बताया कि कि उसे लिखने का शौक है और अपने लिखने को उसने किताब का रूप देने का निर्णय लिया। दीया ने बताया कि 80 पन्नों की अपनी किताब के माध्यम से उसने ऐसे लोगों को दिल खोलकर अपनी बात रखने का अवसर दिया है, जिसे वह अपने करीबी लोगों को कहना चाहते थे और किसी कारण से नहीं कह सके। अपने प्यार की चाहत को कभी भी उनतक नहीं पहुंचा पाये।

बाईट - दीया गोयल, छात्रा।

Conclusion:फरीदाबाद--स्टोरी - 11वीं की छात्रा ने प्रेमपत्रों को भेजने की हिम्मत न जुटाने वाले प्रेमियों के खतों का संग्रह कर बनाई किताब, कुलपति ने किया विमोचन।
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