नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में एक तरफ जहां आबकारी नीति को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच शुरू हुई जंग अब तक जारी है. इसी बीच ख्याला में शराब की दुकान को बंद कराने के लिए बीजेपी आप और कांग्रेस एकजुट हो गई हैं. खास बात है कि यहां महिलाओं ने मोर्चा संभाला है. महिलाएं रोज सुबह 10 बजे से लेकर शराब की दुकान बंद होने तक यहीं जमी रहती है. इस प्रदर्शन में हर उम्र की महिलाएं शामिल हैं.
कैंसर पीड़ित महिला का कहना है कि यह बीमारी तो कैंसर से भी बड़ी है, जिसके लिए वह अपना दुख दर्द भूलकर इस विरोध प्रदर्शन में जुटी है. ताकि किसी भी हालत में यहां शराब की दुकान बंद हो. इलाके की महिलाएं शाम होते ही भजन कीर्तन शुरू कर देती हैं. शराब की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ वहां आने वाले लोगों की सद्बुद्धि के लिए भी भगवान से प्रार्थना करती रहती हैं.
महिलाओं का कहना है कि जब मुद्दा क्षेत्र की सुरक्षा से जुड़ा है. इसलिए वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रही हैं. वहां की महिलाओं के साथ-साथ इलाके के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही शराब के ठेके को यहां से शिफ्ट नहीं किया गया तो वह एमसीडी के डीसी, डीएम और जनप्रतिनिधियों की घेराबंदी करेंगे और सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन करेंगे.
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दरअसल, कॉलोनी और मार्केट के साथ में बने जगह पर शराब की दुकान को खोला गया है. जहां से कॉलोनी के लोगों की रोज दिन में दो चार बार आना जाना होता है. स्कूल से बच्चे इसी रास्ते से आते हैं. महिलाएं भी इसी रास्ते से बाजार या कहीं और जाती है. उनका कहना है कि शराब की दुकान खोलने के बाद से माहौल खराब होना शुरू हो गया है और बच्चों को भेजने या खुद निकलने में डर लगा रहता है.
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बाजार के लोगों का कहना है कि इस दुकान की सीलिंग के आदेश हो चुके हैं. बावजूद इसके अधिकारियों की मिलीभगत से इसे सील नही किया जा रहा. लेकिन उनका प्रदर्शन कारवाई नहीं होने तक जारी रहेगा.