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जनपथ मार्केट: कोरोना के कारण महिलाएं नहीं खरीद रही पसंदीदा आर्टिफिशियल ज्वेलरी

दिल्ली की जनपथ मार्केट आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए जानी जाती है. आर्टिफिशियल ज्वेलरी या जंग ज्वेलरी जो दिखने में सुंदर और फैशनेबल लुक देती है, और हर प्रकार के स्टाइल के साथ मैच हो जाती है.

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Published : Sep 25, 2020, 8:09 PM IST

Women are not buying favorite fashionable artificial jewellery due to corona from Janpath Market
फैशनेबल आर्टिफिशियल ज्वेलरी

नई दिल्ली: कोरोना ने महिलाओं के शौक श्रृंगार पर भी असर डाला है और जहां खास तौर पर महिलाएं श्रृंगार के लिए अलग-अलग चीजों की खरीददारी करती थीं. उसमें अब कमी देखी जा रही है चाहे महिलाओं के मेकअप का सामान हो या फिर ज्वैलरी इनकी खरीददारी अब ना के बराबर है.

महिलाएं नहीं खरीद रही पसंदीदा फैशनेबल आर्टिफिशियल ज्वेलरी

खास तौर पर आर्टिफिशियल ज्वेलरी या फिर ज्वेलरी को महिलाएं रोजमर्रा के लिए पहनने में इस्तेमाल करती हैं. यह ज्वेलरी दिखने में फैशनेबल और सस्ती, सुंदर, टिकाऊ भी होती है.


घरों से ना निकल रहे, ना ही हो रही शादी पार्टियां

दिल्ली की जनपथ मार्केट आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए जानी जाती है. आर्टिफिशियल ज्वेलरी या जंग ज्वेलरी जो दिखने में सुंदर और फैशनेबल लुक देती है, और हर प्रकार के स्टाइल के साथ मैच हो जाती है. इसलिए ना केवल महिलाएं रोजमर्रा के लिए बल्कि शादी पार्टियों में भी इसका खूब इस्तेमाल करती हैं. लेकिन मौजूदा हालात के चलते इसकी डिमांड पर बड़ा असर पड़ा है.

ईटीवी भारत की टीम जब जनपथ मार्केट में पहुंचती, तो पिछले करीब 50 सालों से आर्टिफिशियल ज्वेलरी का कारोबार कर रहे कुलदीप ने बताया कि कोरोना के चलते शादी पार्टियां और सोशल गैदरिंग बंद है. लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं, और ना ही किसी समारोह में जाना हो रहा है ऐसे में महिलाएं ज्वेलरी नहीं खरीद रही.

अलग राज्यों से भी नहीं आ रहा ज्वेलरी का आर्डर

कुलदीप ने कहा कि उनके यहां से ये ज्वेलरी बेंगलुरु, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे शहरों में एक्सपोर्ट भी की जाती है. महाराष्ट्र में इसकी खासा डिमांड होती है, फिल्म और सीरियल में काम करने वाले कलाकारों के लिए भी उनके यहां से यह ज्वेलरी भेजी जाती है. लेकिन मौजूदा हालात के चलते व्यापार बेहद बुरी तरीके से प्रभावित हुआ है. ना ही कोई आर्डर आ रहा है और ना ही जो कारीगर इसे बनाते हैं, वह भी अभी नहीं है.


हर ड्रेस के साथ मैच हो जाती है आर्टिफिशियल ज्वेलरी

आर्टिफिशियल ज्वेलरी कॉपर, पीतल, सिल्वर, मेटल समेत अलग-अलग धातु के बनी होती हैं. सोने और चांदी की ज्वेलरी के मुकाबले सस्ती और दिखने में सुंदर और टिकाऊ भी होती है. इसीलिए महिलाएं इसे आसानी से अपने किसी भी ड्रेस के साथ मैच कर पहन लेती हैं. हमने अलग-अलग महिलाओं से भी आर्टिफिशियल ज्वेलरी को लेकर उनकी राय जानी.

जनपथ मार्केट आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए बेस्ट

जिसको लेकर महिलाओं ने कहा कि आजकल आर्टिफिशियल ज्वेलरी का ही ट्रेंड है क्योंकि यह हर फैशन के साथ मैच हो जाती है. इसके खो जाने पर सोने की ज्वैलरी जितना दुख भी नहीं होता. देखने में सुंदर भी लगती है इसके साथ ही महिलाओं ने कहा कि जनपथ मार्केट आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए लोकप्रिय मार्केट है. क्योंकि यहां पर नई-नई डिजाइन के लेटेस्ट ज्वेलरी सस्ती मिल जाती है.

नई दिल्ली: कोरोना ने महिलाओं के शौक श्रृंगार पर भी असर डाला है और जहां खास तौर पर महिलाएं श्रृंगार के लिए अलग-अलग चीजों की खरीददारी करती थीं. उसमें अब कमी देखी जा रही है चाहे महिलाओं के मेकअप का सामान हो या फिर ज्वैलरी इनकी खरीददारी अब ना के बराबर है.

महिलाएं नहीं खरीद रही पसंदीदा फैशनेबल आर्टिफिशियल ज्वेलरी

खास तौर पर आर्टिफिशियल ज्वेलरी या फिर ज्वेलरी को महिलाएं रोजमर्रा के लिए पहनने में इस्तेमाल करती हैं. यह ज्वेलरी दिखने में फैशनेबल और सस्ती, सुंदर, टिकाऊ भी होती है.


घरों से ना निकल रहे, ना ही हो रही शादी पार्टियां

दिल्ली की जनपथ मार्केट आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए जानी जाती है. आर्टिफिशियल ज्वेलरी या जंग ज्वेलरी जो दिखने में सुंदर और फैशनेबल लुक देती है, और हर प्रकार के स्टाइल के साथ मैच हो जाती है. इसलिए ना केवल महिलाएं रोजमर्रा के लिए बल्कि शादी पार्टियों में भी इसका खूब इस्तेमाल करती हैं. लेकिन मौजूदा हालात के चलते इसकी डिमांड पर बड़ा असर पड़ा है.

ईटीवी भारत की टीम जब जनपथ मार्केट में पहुंचती, तो पिछले करीब 50 सालों से आर्टिफिशियल ज्वेलरी का कारोबार कर रहे कुलदीप ने बताया कि कोरोना के चलते शादी पार्टियां और सोशल गैदरिंग बंद है. लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं, और ना ही किसी समारोह में जाना हो रहा है ऐसे में महिलाएं ज्वेलरी नहीं खरीद रही.

अलग राज्यों से भी नहीं आ रहा ज्वेलरी का आर्डर

कुलदीप ने कहा कि उनके यहां से ये ज्वेलरी बेंगलुरु, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे शहरों में एक्सपोर्ट भी की जाती है. महाराष्ट्र में इसकी खासा डिमांड होती है, फिल्म और सीरियल में काम करने वाले कलाकारों के लिए भी उनके यहां से यह ज्वेलरी भेजी जाती है. लेकिन मौजूदा हालात के चलते व्यापार बेहद बुरी तरीके से प्रभावित हुआ है. ना ही कोई आर्डर आ रहा है और ना ही जो कारीगर इसे बनाते हैं, वह भी अभी नहीं है.


हर ड्रेस के साथ मैच हो जाती है आर्टिफिशियल ज्वेलरी

आर्टिफिशियल ज्वेलरी कॉपर, पीतल, सिल्वर, मेटल समेत अलग-अलग धातु के बनी होती हैं. सोने और चांदी की ज्वेलरी के मुकाबले सस्ती और दिखने में सुंदर और टिकाऊ भी होती है. इसीलिए महिलाएं इसे आसानी से अपने किसी भी ड्रेस के साथ मैच कर पहन लेती हैं. हमने अलग-अलग महिलाओं से भी आर्टिफिशियल ज्वेलरी को लेकर उनकी राय जानी.

जनपथ मार्केट आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए बेस्ट

जिसको लेकर महिलाओं ने कहा कि आजकल आर्टिफिशियल ज्वेलरी का ही ट्रेंड है क्योंकि यह हर फैशन के साथ मैच हो जाती है. इसके खो जाने पर सोने की ज्वैलरी जितना दुख भी नहीं होता. देखने में सुंदर भी लगती है इसके साथ ही महिलाओं ने कहा कि जनपथ मार्केट आर्टिफिशियल ज्वेलरी के लिए लोकप्रिय मार्केट है. क्योंकि यहां पर नई-नई डिजाइन के लेटेस्ट ज्वेलरी सस्ती मिल जाती है.

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